UP News: गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जानकारी जुटाने के लिए सर्वे कराएगी योगी सरकार
Madrassa Education योगी सरकार प्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराने जा रही है। देखा जाएगा कि मदरसों को वित्तीय सहायता कहां से मिल रही है? मदरसे में कितने बच्चों को क्या शिक्षा दी जा रही है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। उत्तर प्रदेश में के विभिन्न जिलों में संचालित गैर मान्यता प्राप्त मदरसों (Madarsa) में शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath government) ने पूरी तैयारी कर ली है। मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद ने यह जानकारी दी है कि यूपी के मदरसों की पड़ताल करने के लिए जल्द सर्वे शुरू किया जाएगा।
योगी सरकार प्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराने जा रही है। देखा जाएगा कि मदरसों को वित्तीय सहायता कहां से मिल रही है? मदरसे में कितने बच्चों को क्या शिक्षा दी जा रही है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड उन्हें मान्यता के दायरे में लाने की हर संभव कोशिश करेगा।
उत्तर प्रदेश में मान्यता प्राप्त के अलावा सरकार से अनुदानित व गैर मान्यता प्राप्त मदरसे चल रहे हैं। मदरसा बोर्ड से 16,513 मान्यता प्राप्त मदरसों में 558 सरकार से अनुदानित हैं। इनके अलावा प्रदेशभर में गैर मान्यता प्राप्त मदरसे भी चल रहे हैं जिन पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डा. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि अब सर्वे के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि राज्य में कितने मदरसे बगैर मान्यता के चल रहे हैं। देखा जाएगा कि इन्हें किस तरह से मान्यता दी जा सकती है। सरकार की कोशिश है कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को दीनी तालीम के साथ ही आधुनिक शिक्षा भी दी जाए।
मदरसों की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए योगी सरकार एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने मदरसे की शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा ) की तर्ज पर एमटीईटी (मदरसा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) को लागू करने का फैसला किया है। इसके लागू होने के बाद एमटीईटी पास करने वाले अभ्यर्थी ही मदरसों में शिक्षक बन पाएंगे।