योगी सरकार के निशाने पर माफिया की संपत्ति, प्रदेश भर में एक साल में 733 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी कुर्क
यूपी में माफिया और अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस लगातार उनकी काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई कर रही है। एक जनवरी से 26 दिसंबर के बीच अपराधियों व उनके सहयोगियों की 733 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की गई हैं।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में माफिया और अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस लगातार उनकी काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चलाए गए अभियान के तहत इस वर्ष एक जनवरी से 26 दिसंबर के बीच चिन्हित माफिया, अपराधियों व उनके सहयोगियों की गैंगेस्टर एक्ट के तहत 733 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की गई हैं। कई अवैध कब्जों पर बुल्डोजर चले हैं और अवैध निर्माण ढहाए गए हैं।
अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दहशत और बाहुबल से कब्जाई गई निजी और सरकारी संपत्ति को कब्जा मुक्त करा रही है। इन अवैध इमारतों को जमींदोज कर यूपी सरकार साफ संदेश देना चाहती है कि अपराधी के साथ उसका आर्थिक साम्राज्य भी अब बचेगा नहीं। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चलाए गए अभियान में पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, कुख्यात खान मुबारक, ध्रुव कुमार सिंह, सुंदर भाटी, अनिल दुजाना, संजय भाटी व अन्य अपराधियों की संपत्तियां कुर्क की गई हैं।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि अभियान के तहत लखनऊ में करीब 88 करोड़ रुपये, गौतमबुद्धनगर में 66 करोड़ रुपये, बलरामपुर में 58 करोड़, गाजीपुर में 42 करोड़ रुपये, गोरखपुर 38 करोड़ रुपये, औरैया में 31 करोड़ रुपये, जौनपुर मे 29 करोड़ रुपये, मुजफ्फरनगर में 28 करोड़ रुपये व प्रयागराज में 26 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई है।
बता दें प्रयागराज में माफिया अतीक गैंग के एक और शूटर व हिस्ट्रीशीटर आशिफ मल्ली का मकान बुधवार को पीडीए के जेसीबी ने ढहा दिया। तीन घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान घर वालों का विरोध भी चलता रहा। धूमनगंज क्षेत्र के उमरी में हिस्ट्रीशीटर आशिफ मल्ली ने करीब 1500 वर्ग गज में एक मंजिला मकान बनवाया था। पीडीए के अधिकारियों का कहना है कि मकान का नक्शा नहीं पास करया गया था। विकास प्राधिकरण की ओर से ध्वस्तीकरण का आदेश पारित किया गया था। आशिफ के खिलाफ कई थाने में मुकदमे भी दर्ज हैं। मकान की अनुमानित कीमत 12 करोड़ होगी।