मंत्री ओम प्रकाश राजभर फिर सरकार पर बरसे, कहा-अयोध्या में धारा 144 के बाद भी कैसे एकत्र लोग
प्रदेश में दिव्यांग कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा प्रदेश के बेहद संवेदनशील स्थान अयोध्या में इन दिनों धारा 144 लागू है। इसके बाद भी वहां पर लगातार भीड़ बढ़ती ही जा रही है।
लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की चेतावनी के बाद भी कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर अपनी ही सरकार को लगातार कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। अयोध्या में आज शिवसेना तथा कल विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम को लेकर उन्होंने एक बार फिर योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है।
उत्तर प्रदेश में दिव्यांग कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि प्रदेश के बेहद संवेदनशील स्थान अयोध्या में इन दिनों धारा 144 लागू है। इसके बाद भी वहां पर लगातार भीड़ बढ़ती ही जा रही है। यह तो सरकार तथा जिला व पुलिस प्रशासन की नाकामी है। उन्होंने कहा कि धारा 144 लागू होने के बाद भी वहां पर इतनी भीड़ का एकत्र होना खतरे का बड़ा संकेत है। जब जिला प्रशासन ने शहर में धारा-144 लागू की है. तो इनकी बड़ी संख्या में शिव सैनिक और वीएचपी के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा कैसे हो रहा है। जिला प्रशासन पंगु नजर आ रहा है। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि कही न कही सरकार के हाथ बंधे हुए नजर आ रहे है।
उन्होंने कहा कि लगता है सीएम योगी आदित्यनाथ का ध्यान यहां नहीं है। वह तो राजस्थान व मध्य प्रदेश में पार्टी के चुनाव प्रचार में लगे हैं। सूबे के लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीएम की होती है। उन्होंने कहा है कि साधु-संत राम मंदिर का राग सिर्फ इसलिए अलापते हैं, क्योंकि इससे उनकी रोजी-रोटी चलती है और उनका पेट भरता है। वहीं लाखों का चढ़ावा जो चढ़ता है। साधु-संत न तो खेती करते हैं और न ही मेहनत का कोई दूसरा काम करते हैं। उनकी आमदनी का कोई दूसरा जरिया भी नहीं होता। इसके बाद भी उनकी जीवनशैली राजशाही है। इसी कारण वह मंदिर राग अलापकर अपनी रोजी-रोटी का इंतजाम करते रहते हैं। मंदिर को लेकर उनके मन में कोई आस्था नहीं होती।
राजभर ने कहा कि सभी को पता है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। अब लोग कोर्ट का फैसला मानें या दोनों पक्ष बैठकर समझौता कर लें। इस तरह के आयोजन करके ड्रामा नहीं करना चाहिए।
अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की 25 नवंबर को प्रस्तावित धर्मसभा और आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आर्शीवाद उत्सव को लेकर सियासत तेज हो गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।