सर...आरआइ अश्लील बातें करते हैं, महिला ड्यूटी मुंशी ने SSP से लगाई फरियाद
एसएसपी ने एसपी हाईकोर्ट सुरक्षा को दिये जांच के आदेश। महिला सिपाही का जानकीपुरम थाने किया गया ट्रांसर्फर।
लखनऊ, जेएनएन। रिजर्व पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक (आरआइ) प्रथम आशुतोष सिंह के खिलाफ उन्हीं की महिला ड्यूटी मुंशी (हेड कांस्टेबल) ने शारीरिक व मानसिक शोषण का आरोप लगाते हए एसएसपी को तहरीर दी जिसमें आरआइ के अश्लीलता से बात करने की भी बात कही गई।
एसएसपी ने मामले की जांच महिला एसपी हाईकोर्ट सुरक्षा को सौंपी है। साथ ही पीडि़त ड्यूटी मुंशी का जानकीपुरम थाने तबादला भी कर दिया गया है। महिला मुंशी ने तहरीर में कहा है कि शारीरिक शोषण के विरोध पर आरआइ अभद्रता करते और जिले से बाहर तबादला कराने की धमकी देते। प्रताडऩा से त्रस्त महिला मुंशी ने पिछले महीने तीन दिन की छ्ट्टी का प्रार्थना पत्र दिया तो आरआइ ने उसे कैंसिल कर दिया। जिसके बाद महिला मुंशी स्वयं छुट्टी पर चली गई। पीडि़ता ने कहा कि अगर उसके साथ कोई भी घटना होती है तो आरआइ लाइन जिम्मेदार होंगे।
ड्यूटी मुंशी छुट्टी नहीं जाती
महिला मुंशी ने तहरीर में कहा है कि जब भी वह आरआइ के पास छुट्टी के लिये जाती है तो अश्लील मुस्कान के साथ वह कहते हैंं ड्यूटी मुंशी छुट्टी पर नहीं जाता, क्या करोगी छुट्टी लेकर। तब महिला मुंशी ने कहा कि उसे इस पद से हटा दिया जाए, लेकिन फिर भी नहीं हटाया और छुट्टी भी नहीं दी।
अन्य मामलों में तुरंत मुकदमा, यहां जांच
शारीरिक शोषण के अन्य मामलों में तत्काल एफआइआर दर्ज करने के आदेश देने वाले अफसरों ने जब अपने ही विभाग के आरआइ के खिलाफ तहरीर देखी तो मुकदमा दर्ज करने के आदेश का साहस नहीं दिखा सके।
पूर्व के आरआइ पर लग चुका है यौन शोषण का आरोप
रिजर्व पुलिस लाइन का दामन भी दागदार रहा है। यहां पूर्व के एक आरआइ प्रथम पर वहीं की महिला सिपाही ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। संबंधित मामला दर्ज करके आरआइ को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन फिलहाल प्रमोशन पाकर संबंधित आरआइ गैर जिले में सीओ के पद पर तैनात हैं।
एसएसपी कलानिधि ने बताया कि आरआइ प्रथम पर महिला ड्यूटी मुंशी ने शारीरिक व मानसिक शोषण का आरोप लगाते हुये तहरीर दी है। मामले की जांच एसपी हाइकोर्ट सुरक्षा से कराई जा रही है, जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आरआइ प्रथम आशुतोष सिंह ने कहा, ड्यूटी मुंशी के आरोप गलत हैं। उनके खिलाफ कई पुलिसकर्मियों ने गलत ड्यूटी लगाने का आरोप लगाया था। उनके छ्ट्टी पर जाने के बाद चार जनवरी को उन्हें ड्यूटी मुंशी पद से हटा दिया था।