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CAA Protest in Lucknow : अराजकतत्व को महिलाओं ने पीटा, सुरक्षा को लेकर पुल‍िस सतर्क

घंटाघर पर दो गुटों में भिड़ंत के बाद तीसरा आरोपित अभी भी फरार।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 10:19 AM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 11:15 AM (IST)
CAA Protest in Lucknow : अराजकतत्व को महिलाओं ने पीटा, सुरक्षा को लेकर पुल‍िस सतर्क
CAA Protest in Lucknow : अराजकतत्व को महिलाओं ने पीटा, सुरक्षा को लेकर पुल‍िस सतर्क

लखनऊ, जेएनएन। घंटाघर पर चल रहे महिलाओं के प्रदर्शनस्थल के भीतर मंगलवार को एक अराजकतत्व घुस गया। महिलाओं ने उसे पकड़ लिया और जमकर पिटाई भी की गई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने  हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया। एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी के मुताबिक, युवक से पूछताछ की जा रही है, वह बता रहा है कि घंटाघर घूमने आया था। वहीं द‍िल्‍ली में सीएए के व‍िरोध में हो रहे ह‍िंंसक आंदोलन को देखते हुए लखनऊ का पुल‍िस प्रशासन सतर्क है। घंटाघर पर पुल‍िस फोर्स को बढ़ा द‍िया गया है। प्रदर्शनकार‍ियों की हर गत‍िव‍ि‍ध‍ियों पर बारीक नजर रखी जा रही है। सभी सुरक्षा एजेंस‍ियां को अलर्ट कर द‍िया गया है। 

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लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत पांडे ने बताया कि दिल्ली में हिंसक संघर्ष के बाद राजधानी लखनऊ में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है। घंटाघर इलाके में और अधिक संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, जहां पिछले एक महीने से ज्यादा समय से सीएए के खिलाफ महिलाएं धरना- प्रदर्शन कर रही हैं। हालांकि राजधानी में अन्य जिलों से लोगों के पहुंचने की खबर नहीं है और स्थिति पूरी तरह सामान्य है। फिर भी पुलिस स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है। घंटाघर पर प्रदर्शनकारी जेल का मॉडल बनाकर हंगामा कर रहे थे, जिसे पुलिस ने हटवा दिया है, इसी कार्रवाई का प्रदर्शनकारी विरोध कर रहे हैं।

उधर, रविवार को हुए दो गुटों में मारपीट व फायर‍िंग के मामले में तीसरे आरोपित कामिल को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ सकी है। पुलिस ने मंगलवार को भी प्रदर्शनकारी महिलाओं के आसपास खड़े होने वाले अराजकतत्वों को हटाया और आगे से वहां आसपास खड़े होने पर कार्रवाई की बात कही। पुलिस मारपीट व फायर‍िंग की घटना में शामिल अन्य आरोपितों को चिह्नित करने के लिए सीसी कैमरों की फुटेज भी देख रही है। 

गौरतलब है क‍ि 19 दिसंबर को शहर में विभिन्न संगठनों द्वारा बुलाए गए प्रदर्शन के दौरान जबर्दस्त ह‍िंंसा  और उपद्रव हुआ था। इसमें करीब पांच करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ था। चार थाना क्षेत्रों हजरतगंज, कैसरबाग, ठाकुरगंज और हसनगंज में उपद्रवियों ने तोडफ़ोड़ कर करीब 35 वाहनों को आगे के हवाले कर दिया था। इनमें दोपहिया, आटो, कार और ओवी वैन के अलावा एक रोडवेज बस भी थी। इसके बाद जनवरी में म मुस्‍ल‍िम महिलाएं एतिहासिक घंटाघर पर पिछले दो महीने से डटीं हुई हैं। इन महिलाओं के साथ काफी संख्या में बच्चे भी हैं जो रात भर ओस और पाले में धरने पर बैठे हुए हैं। महिलाओं की मांगे है कि जब तक सरकार सीएए और एनआरसी के फैसले को वापस नहीं लिया जाएगा वे वापस नहीं जाएंगी। वहीं पुलिस महिलाओं को वहां से हटाने का हर संभव प्रयास कर रही है। 


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