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पत्नी ने Suicide नोट लिख बच्चों संग लगा ली फांसी, बेटे की चीखें सुनकर पहुंचा पति

पति ने किया शक तो बेटी बेटे संग लगा ली फांसी। मां और बेटी की मौत, बेटे की भी हालत गंभीर।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 06 Feb 2019 12:13 PM (IST)Updated: Wed, 06 Feb 2019 12:13 PM (IST)
पत्नी ने Suicide नोट लिख बच्चों संग लगा ली फांसी, बेटे की चीखें सुनकर पहुंचा पति
पत्नी ने Suicide नोट लिख बच्चों संग लगा ली फांसी, बेटे की चीखें सुनकर पहुंचा पति

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में एक महिला ने सुसाइड नोट लिख बच्चों संग फांसी लगा ली। मासूम की चीखें सुनकर मौके पर पहुंचे पति ने पड़ोसियों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ा। पत्नी समेट बेटी और बेटे को पंखे के सहारे रस्सी से लटकता देख उसके होश उड़ गए। अाननफानन में अस्पताल लेकर भागे। जहां डॉक्टरों ने पत्नी समेट बेटी को मृत घोषित कर दिया। वहीं, बेटे की हालत नाजुक बताई जा रही है। 

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बच्चों को लटका, खुद को भी लगाई फांसी...

मामला मड़ियांव के मुबारकपुर गांव का है। यहां सब्जी विक्रेता रायबरेली निवासी रमेश सोनी पत्नी चित्रा उर्फ बरखा(27), बेटा रौनक (05) व बेटी साक्षी (03) के साथ डॉ. अशोक के मकान में किराए पर रहता है। इंस्पेक्टर मड़ियांव संतोष कुमार सिंह के मुताबिक, सोमवार को पति और पत्नी में कहासुनी हुई। मंगलवार सुबह रमेश सब्जी का ठेला लेकर चला गया। शाम को वापस लौटा तो छह बजे के करीब दोनों में झगड़ा हुआ। जिसके बाद चित्रा ने दोनों बच्चों के साथ खुद को कमरे में बंद करके पंखे में रस्सी बांधकर फांसी लगा ली।

पति ने पड़ोसियों के दरवाजा तोड़ा और तीनों को नीचे उतारा, लेकिन तब तक महिला और बेटी के शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही थी। बेटा जीवित था। मड़ियांव पुलिस के साथ तीनों को बीकेटी स्थित राम सागर मिश्र सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय में ले जाया गया। अस्पताल के डॉ. रोहित ने बताया कि मां-बेटी को जब लाया गया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दोनों की मौत हो गई। वहीं, बेटे का इलाज चल रहा है। घटना स्थल से मिले महिला ने सुसाइड नोट में इस कदम के लिए खुद को जिम्मेदार बताया। 

फांसी लगाई तो बेटे ने पकड़ ली रस्सी, तब बची जान

बच्चों संग पत्नी के फांसी लगाने के बाद पांच वर्षीय बेटा रौनक रस्सी पकड़कर रोता रहा। साथ ही मां और बहन के साथ खुद को बचाने के लिए शोर भी मचाता रहा। मां और बहन की जान तो नहीं बचा सका, लेकिन प्रयास से उसकी जान जरूर बच गई। रमेश ने पड़ोसियों संग दरवाजा तोड़ा और रौनक की जान बचा ली गई। मां ने बेटी के साथ बेटे रौनक को भी फांसी पर लटका दिया था, लेकिन उसने बचने के लिए रस्सी पकड़ ली, जिससे उसकी जान बच गई। 


सुसाइड नोट में लिखी ऐसी बातें 

मकान बनवाने को लेकर हुआ था विवाद 

मकान में रहने वाले किरायेदारों ने बताया कि सोमवार को पति और पत्नी में विवाद हुआ था। इस पर चित्रा ने रमेश से कहा था कि आपके साथ के लोगों ने मकान ले लिया। मकान बनवाने को लेकर काफी देर तक विवाद हो रहा।

एक हफ्ते पहले मनाया था बेटी का बर्थडे 
पति रमेश ने पुलिस को बताया कि 28 जनवरी को बेटी का बर्थडे मनाया था। चित्रा ने खुद टीका कर केक कटवाया और पड़ोसियों व रिश्तेदारों संग खुशी मनाई थी।

 

अपनी हरकतें छिपाने के लिए देता था दोष

चित्र ने सुसाइड नोट में लिखा है कि पति रमेश के दूसरी महिलाओं से अवैध संबंध हैं, लेकिन वह खुद की गंदी हरकते छिपाने के लिए हमारे चरित्र को लेकर बेवजह के आरोप लगाता है। इतना सब होने के बावजूद चित्र पति पर पुलिस की कार्रवाई तक नहीं चाहती। उसने सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरी मौत में किसी को कोई दोष नहीं है। मैं खुद जिम्मेदार हूं।


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