सर्वाइकल कैंसर की जानकारी से दूर आधी आबादी, 15 से 28 वर्ष की शहरी युवतियां भी अंजान
घर परिवार की जिम्मेदारी के बीच महिलाओं में अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही भी सामने आई है। चौंकाने वाली बात यह है कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव का इलाज होने के बावजूद महिलाएं इससे अनजान है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि में हुए शोध में यह तथ्य सामने आए।
लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। घर परिवार की जिम्मेदारी के बीच महिलाओं में अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही भी सामने आई है। चौंकाने वाली बात यह है कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव का इलाज होने के बावजूद महिलाएं इससे अनजान है। यह हम नहीं कह रहे हैं। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि में हुए शोध में यह तथ्य सामने आए हैं।
पत्रकारिता एवं जन संचार विभाग की शोधार्थी नीलू शर्मा की से किए गए सैंपल सर्वे में अधिकतर महिलाएं इलाज तो छोडि़ए रोग से ही अनभिज्ञ हैं। लॉकडाउन के पहले हुए सैंपल सर्वे में 15 से लेकर 28 वर्ष की ग्रामीण व शहरी युवतियों को शामिल किया गया।
विवि के प्रो.गोङ्क्षवद पांडेय के निर्देशन में दो महीने के सर्वे के बाद महिला रोग विशेषज्ञों डॉ.रोहिणी खुराना व डॉ.गीता खन्ना ने शोधार्थी के शोध पर मोहर लगाकर कई सुझाव भी दिए। 270 महिलाओं व स्कूल और कॉलेज गोइंग युवतियों को प्रश्नपत्र देकर सवाल पूछे गए। 100 ने फार्म भरकर जानकारी दी, जिसके आधार पर कई तथ्य सामने आए हैं। सर्वाइकल कैंसर का टीका लगवाने पर 99 फीसद रोग से निदान मिल जाता है। शोधार्थी नीलू शर्मा ने बताया कि शोध में यह भी बात सामने आई है कि फार्मास्यूटिकल कंपनियों को टीके से ज्यादा इलाज में फायदा होता है, इसकी वजह से वे भी टीके का ज्यादा प्रचार नहीं करती हैं। इसका टीका सभी सरकारी अस्पतालों में हैं, इसके बावजूद जानकारी नहीं है। इसे लेकर नीलू की ओर से फिल्म भी बनाई गई, जिसका प्रदर्शन पिछले महीने असम में हुए राष्ट्रीय लघु फिल्म फेस्टिवल में किया गया।
शोध में आए मुख्य तथ्य
- सर्वे में शामिल महिलाएं-270
- सभी सवालों का जवाब दिया-100
- वार्षिक हेल्थ चेकअप-54.55 फीसद
- कैंसर की जानकारी-95.45 फीसद
- सर्वाइकल कैंसर की जानकारी-28.57 फीसद
- कैंसर के इलाज की जानकारी-60 फीसद
- सर्वाइकल कैंसर रोकने के टीके की जानकारी-9.52 फीसद
- ब्रेस्ट कैंसर की जानकारी-57.14 फीसद
- पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर की जानकारी-10 फीसद
- कैंसर जागरुकता अभियान मेें हिस्सेदारी-20 फीसद
- ब्रेस्ट कैंसर का स्वयं चेक करने की जानकारी-19.05 फीसद
- टेलीवीजन प्रचार का सबसे अच्छा संसाधन-95 फीसद
- कैंसर की जानकारी में अखबार की सशक्त भूमिका-99 फीसद
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो.संजय सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय आम लोगों की जानकारी और उनके जीवन से संबंधित शोध करता रहता है। वैज्ञानिक सोच को धरातल पर लाने की कोशिश शिक्षक व शोधार्थी दोनों ही करते हैं। प्रो.गोङ्क्षवद पांडेय के निर्देशन में नीलू शर्मा का शोध आम महिलाओं को जरूर जागरूक करेगा।