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Wheat Procurement: यूपी में डेढ़ दशक में अबकी सबसे कम हुई गेहूं खरीद, 21 जिलों में एक प्रतिशत भी खरीद नहीं

Wheat Procurement In UP उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद पहली अप्रैल से शुरू हुई थी। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इस साल एमएसपी की तुलना में गेहूं का बाजार भाव शुरुआत से ही ज्यादा बना रहा। निर्यात पर रोक के बावजूद गेहूं खरीद में तेजी नहीं आई।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 06:30 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 05:04 PM (IST)
Wheat Procurement: यूपी में डेढ़ दशक में अबकी सबसे कम हुई गेहूं खरीद, 21 जिलों में एक प्रतिशत भी खरीद नहीं
Wheat Procurement In UP: उत्तर प्रदेश में 60 लाख टन के लक्ष्य के सापेक्ष खरीद हुई 3.35 लाख टन।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गुरुवार तक 3,35,095.53 टन गेहूं की खरीद हुई है। यह रबी विपणन वर्ष 2022-23 में गेहूं खरीद के लिए निर्धारित लक्ष्य का 5.58 प्रतिशत है। सरकार ने इस साल 60 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य तय किया था। प्रदेश के 21 जिलों में तो लक्ष्य के सापेक्ष एक प्रतिशत भी गेहूं खरीद नहीं हो सकी। यह पिछले 15 वर्षों के दौरान गेहूं की सबसे कम खरीद रही है। इससे पहले वर्ष 2006-07 में प्रदेश में एमएसपी पर 49,000 टन गेहूं खरीदा गया था।

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उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद पहली अप्रैल से शुरू हुई थी। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इस साल एमएसपी की तुलना में गेहूं का बाजार भाव शुरुआत से ही ज्यादा बना रहा। गेहूं खरीद कम होने से केंद्र सरकार ने बीती 13 मई को गेहूं के निर्यात पर रोक लगाई थी। तब तक प्रदेश में 2.29 लाख टन गेहूं खरीदा गया था।

निर्यात पर रोक के बावजूद गेहूं खरीद में तेजी नहीं आई। कम खरीद के कारण सरकार ने गेहूं खरीद की अवधि को 15 जून से बढ़ाकर 30 जून कर दिया था। प्रदेश में इस वर्ष सिर्फ 87,855 किसानों ने ही क्रय केंद्रों पर अपना गेहूं बेचा। पिछले साल प्रदेश में 12.98 लाख किसानों से 56.41 लाख टन गेहूं खरीदा गया था

21 जिलों में एक प्रतिशत भी खरीद नहीं : उत्तर प्रदेश के 21 जिले ऐसे हैं जिनमें लक्ष्य के सापेक्ष एक प्रतिशत भी गेहूं खरीद नहीं हो सकी है। इनमें आगरा, मथुरा, बदायूं, इटावा, ललितपुर, एटा, मुरादाबाद, रामपुर, फिरोजाबाद, जालौन, बुलंदशहर, लखीमपुर खीरी, कन्नौज, सम्भल, पीलीभीत, मैनपुरी, हाथरस, अमरोहा, कासगंज, कानपुर नगर और गौतम बुद्ध नगर शामिल हैं।

854 केंद्रों पर नहीं हुई खरीद : उत्तर प्रदेश में इस साल गेहूं खरीद के लिए 5,683 क्रय केंद्र सथापित किये गए थे। इनमें से 4,829 क्रय केंद्रों पर ही किसानों ने गेहूं बेचा। प्रदेश में 854 क्रय केंद्र ऐसे भी रहे जिनमें गेहूं खरीद नहीं हो सकी।

सर्वाधिक खरीद गोरखपुर मंडल में : मंडलवार गेहूं की सर्वाधिक खरीद गोरखपुर मंडल में हुई है। यहां 55,593.86 टन गेहूं खरीदा गया। दूसरे नंबर पर मीरजापुर मंडल है जहां 45,117.72 टन गेहूं खरीदा गया है। 40,649.34 टन गेहूं खरीदने वाला वाराणसी मंडल तीसरे पायदान पर है।

लक्ष्य के सापेक्ष खरीद में मीरजापुर मंडल अव्वल : मंडलवार लक्ष्य के सापेक्ष सर्वाधिक 25.64 प्रतिशत गेहूं खरीद मीरजापुर मंडल में हुई है। दूसरे स्थान पर आजमगढ़ मंडल (19.36 प्रतिशत) और तीसरे पर वाराणसी मंडल (15.88 प्रतिशत) है।

जिलावार खरीद में मीरजापुर आगे तो आगरा फिसड्डी : इस साल सर्वाधिक 21,550.08 टन गेहूं मीरजापुर जिले में खरीदा गया है। दूसरे नंबर पर महाराजगंज है जहां 18,586.03 टन खरीद हुई है। गोरखपुर तीसरे पायदान पर है। यहां 17,612.7 टन गेहूं खरीदा गया है। वहीं प्रदेश में सबसे कम खरीद आगरा में हुई है जहां सिर्फ 39.95 टन गेहूं खरीदा गया है। सबसे कम खरीद वाले जिलों में दूसरे स्थान पर मथुरा है जहां 105.65 टन खरीद हुई। तीसरे नंबर पर कन्नौज में 156.55 टन खरीद हो सकी है।


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