Weather in UP : उत्तर प्रदेश में आंधी और बारिश के कहर से फसलें चौपट, पांच लोगों की गई जान
Weather in UP मौसम विभाग के अनुसार यूपी में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा की दिशा में लगातार परिवर्तन हो रहा है। 29 अप्रैल तक मौसम सामान्य होने के आसार नहीं हैं।
लखनऊ, जेएनएन। Weather in UP : पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश में मौसम करवट ले रहा है। शनिवार रात से शुरू हुआ मौसम खराब होने का सिलसिला सोमवार को भी नहीं थमा। आंधी-बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात ने अन्नदाता निराश नजर आए। गेहूं और दलहनी फसलें भीग जाने के कारण चौपट हो गईं, जबकि आम के बौर गिर गए। वहीं सोमवार को पांच लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा की दिशा में लगातार परिवर्तन हो रहा है। 29 अप्रैल तक मौसम सामान्य होने के आसार नहीं हैं।
तेज आंधी और बारिश से उन्नाव में गेहूं और बिल्हौर में मक्का की कई एकड़ फसल चौपट हो गई है। कच्चे घरों की दीवारें ढहने से उन्नाव के गांव टिकरिया में मलबे में दबकर दो महिलाओं व एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। वहीं इटावा के लखना में छत गिरने से घायल दिव्यांग महिला की सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में मौत हो गई, जबकि बांदा में एक व्यक्ति के मौत होने सूचना है।
फर्रुखाबाद में ओलावृष्टि हुई। सोमवार को इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद, कन्नौज में बादल छाये रहे। बुंदेलखंड और कानपुर में मौसम साफ रहा। मेरठ में सोमवार सुबह सहारनपुर में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। यहां वज्रपात से चार पशुओं की मौत हो गई। मुजफ्फरनगर व शामली में हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। बिजनौर, बुलंदशहर व बागपत में बादलों की लुकाछिपी जारी रही।
सर्कुलेशन बनने से बिगड़ रहा मौसम
हर साल मार्च के अंतिम सप्ताह से राजस्थान से गर्म हवा आना शुरू हो जाती थी लेकिन इस बार यह हवा देर से आई और साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में विक्षोभ का असर बराबर बना रहा जिससे हीट वेव मैदानी भागों में नहीं बन सकी। उसी का नतीजा है कि उत्तर, पूर्व व पश्चिम की हवा का दबाव तापमान बढ़ते ही होने लगता है। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक अभी दो दिन मौसम के पलटने की संभावना है। उसके बाद गर्मी जोर पकड़ेगी।
फसलों के नुकसान का जल्दी सर्वे करें बीमा कंपनियां : शाही
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विभागीय अधिकारियों को खराब मौसम के कारण फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने और संबंधित बीमा कंपनियों से जल्द सर्वे कराने का निर्देश दिया है ताकि किसानों को शीघ्र राहत मिल सके। सोमवार को वीडियो कांफ्रेंंसिंग के जरिये फसलों को क्षति की जानकारी लेने के साथ उन्होंने खरीफ फसलों की तैयारी तेज करने की हिदायत भी दी।
सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि बलरामपुर, पीलीभीत, कन्नौज समेत दो दर्जन जिलों में फसलों को नुकसान का प्रारंभिक अनुमान है। सभी जिला कृषि अधिकारियों को स्थानीय प्रशासन से सहयोग लेकर अपनी रिपोर्ट प्रेषित करने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग द्वारा मौसम खराब होने के बारे में पहले ही सचेत कर देने से ज्यादातर किसान सतर्क थे। उन्होंने बताया कि जौ, चना, मसूर, सरसों व मटर आदि की कटाई पूरी हो चुकी है। लगभग 92-93 प्रतिशत गेहूं की कटाई हो चुकी है। ऐसे में नुकसान बहुत ज्यादा होने की उम्मीद नहीं है। असली तस्वीर जिलों से रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी।