मौसम विभाग ने जारी किया एलर्ट, कल से यूपी में फिर जोर पकड़ सकती है बारिश
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी में भी दो-तीन दिन बारिश का दौर जारी रहेगा। सोमवार को सावन का आखिरी सोमवार था। सुबह घने बादल छाए थे।
लखनऊ (जेएनएन)। बारिश बुधवार से एक बार फिर जोर पकड़ सकती है। मानसून की ट्रफ लाइन प्रदेश से होकर गुजर रही है। इसके चलते प्रदेश भर में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी में भी दो-तीन दिन बारिश का दौर जारी रहेगा। सोमवार को सावन का आखिरी सोमवार था। सुबह घने बादल छाए थे। कुछ ही देर में बारिश शुरू हो गई। करीब आधा घंटा बारिश जारी रही।
इसके बाद मौसम साफ हो गया और धूप निकल आई। धूप निकलने से उमस भरी गर्मी ने लोगों को खूब हलकान किया। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 33.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। वातावरण में आद्र्रता 91 फीसद रही। मंगलवार को तापमान 33 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
उप्र में नदियां उफान पर, कुछ गांव बने टापू
प्रदेश में कहीं उमस और गर्मी रुला रही है तो कहीं बदरा मेहरबान हैं। सोमवार को भी कुछ भू-भाग में बारिश और बूंदाबांदी हुई। वहीं बारिश और बांध से छोड़े गए पानी से उफनती नदियां तबाही मचा रही हैं। कुछ गांव टापू तो कुछ बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर चुके हैं। कुछ गांवों से संपर्क भी टूटा है। प्रभावित क्षेत्रों में पलायन जारी है। बारिश के चलते दीवार गिरी, जिसके मलबे में दबकर युवक की मौत हो गई।
चित्रकूट में मंदाकिनी नदी का पानी उतर गया, लेकिन मानिकपुर तहसील के पाठा इलाके में बरदहा नदी में उफान जारी है। आधा दर्जन गांवों में आवाजाही में मुश्किलें हैं। कन्नौज, महोबा में बारिश हुई। बांदा, जालौन, हमीरपुर, इटावा व औरैया में बादल छाए रहे। कानपुर देहात में बूंदाबांदी के दौरान मकान की दीवार गिर गई, जिसके मलबे में दबकर युवक की मौत हो गई और उसका भाई जख्मी हो गया। उन्नाव, फतेहपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ा है। उन्नाव में रविदासनगर बस्ती तक पानी पहुंचने से कई लोग पलायन करने लगे हैं। फतेहपुर में कटरी के गांव पानी की चपेट में आ रहे हैं।
कानपुर नगर में सुबह बारिश के बाद उमस बढ़ गई। पूर्वांचल में भी सोमवार को उमस बढ़ गई है। बलिया में घाघरा के जलस्तर में वृद्धि हुई। तटबंधों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। कटान जारी है। फ्लड जोन में बसे धूपनाथ व बैजनाथ के डेरा गांव पानी से घिर गए हैं। संपर्क टूट चुका है। मऊ में घाघरा की तलहटी में बसे चक्कीमुसाडोही भी पानी से घिरा है। बिजली के तार व ट्रांसफार्मर के बाढ़ के पानी के संपर्क में आ चुके हैं। बस्ती व कुशीनगर में कटान से ग्रामीण दहशत में है। बस्ती में सरयूू नदी की बाढ़ कहर मचा रही है। हर्रैया तहसील के विक्रमजोत व दुबौलिया ब्लाक के 41 गांव प्रभावित हैं।
नदी लाल निशान से ऊपर प्रवाहित हो रही है। कटान की वजह से विक्रमजोत ब्लाक के भरथापुर गांव में स्थित काली मंदिर दो घंटे के भीतर ही कटकर नदी की धारा में समा गया। संतकबीरनगर में करमैनी-बेलौली के ठाठर गेज पर राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सिद्धार्थनगर में राप्ती के बढ़ते जलस्तर से कुछ गांव टापू बन चुके हैं। कुशीनगर में अहिरौलीदान के कचहरी टोला में पलायन जारी है। देवरिया जनपद में घाघरा का उफान थमने के बावजूद लोगों की मुश्किल बरकरार हैं।