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यूपी के किसानों के लिए मुसीबत बना मौसम, तेज हवा और लगातार हो रही बारिश से धान को नुकसान

बुधवार की देर रात से हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश से शहर मेंं जलभराव से लोग परेशान हैं वहीं किसानों के लिए भी यह बारिश आफत बनकर आई है। कई दिनों से बारिश ने होने से सूख रहे धान के खेतों में पानी भरने से राहत मिली है।

By Vikas MishraEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 02:10 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 02:10 PM (IST)
यूपी के किसानों के लिए मुसीबत बना मौसम, तेज हवा और लगातार हो रही बारिश से धान को नुकसान
बख्शी का तालाब, माल व मलिहाबाद में खेतों में पानी भर गया, जिससे धान की खेती को नुकसान हुआ है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। बुधवार की देर रात से हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश से शहर मेंं जलभराव से लोग परेशान हैं वहीं किसानों के लिए भी यह बारिश आफत बनकर आई है। पिछले कई दिनों से बारिश ने होने से सूख रहे धान के खेतों में पानी भरने से किसानों को राहत मिली है, अगेती धान की फसल को हवाओं ने गिरा दिया। इसकी वजह से नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। बख्शी का तालाब, माल व मलिहाबाद में खेतों में पानी भर गया है। गोसाईगंज, मोहनलालगंज इलाकों में सब्जियों के खेतों में पानी भरने से नुकसान होने की चिंता भी किसानों के माथे पर नजर आने लगी है।

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कृषि विशेषज्ञ डा.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि बारिश धान के लिए अच्छी है, लेकिन अगेती फसल में धान ने आकार लेना शुरू कर दिया है जिससे पौधोंं का वजन बढ़ गया है और हवा चलने से गिर गए हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटे तक मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान लगाया है। दो दिन तक गिरे धान को कोई नुकसान नहीं होगा। इसके बाद यदि खेत से पानी नहीं निकला और धूप नहीं हुई तो सड़ने की संभावना बढ़ जाएगी। तोरई, कद्दू और गोभी सहित अन्य सब्जियों के खेतों में पानी भरने से नुकसान होगा। 24 घंटे के अंदर किसानों को खेतों से पानी निकालने का इंतजाम करना होगा। 

सरसों व आलू की खेती के लिए वरदान है बारिशः जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा ने बताया कि मचान बनाकर सब्जियों को उगाने वोने वाले किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरसों और आलू के लिए खेत तैयार करने के लिए यह बारिश वरदान बनी है। सितंबर के तीसरे सप्ताह में बुआई का उत्तम समय होता है। ऐसे में यह बारिश खेतों को तैयार करने के लिए मुफीद है। कृषि विशेषज्ञ डीके सिंह ने बताया कि निचले इलाकोंं में पानी किसानों के लिए मुसीबत है, क्योंकि पानी निकासी नहीं हो पाएगी। ऊंचे स्थानों से पानी वहीं पर आकर रुक जाएगा जो जल्दी नहीं निकलेगा।

उधर, बाराबंकी में बारिश का असर फसलों पर दिख रहा है। खासकर धान, केला की फसल खेतों में गिर रही है। इससे किसानों को फसल के बर्बाद होने की चिंता सताने लगी है। हाजीपुर के किसान परसुराम यादव ने बताया कि बुधवार की दोपहर से लगातार बारिश हो रही है। इससे फसल खेत में ही गिर गई है। अगर पानी बंद न हुआ तो फसल बर्बाद हो सकती गया।


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