वॉटर एक्सप्रेस को उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया बेकार
प्यास तथा सूबे से तड़प रहे बुंदेलखंड पर राजनीति तेज हो गई है। कल देर शाम झांसी में पहुंची वॉटर एक्सप्रेस को उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव के साथ मुख्य सचिव ने गैर जरूरी बताया है।
लखनऊ। प्यास तथा सूबे से तड़प रहे बुंदेलखंड पर राजनीति तेज हो गई है। कल देर शाम झांसी में पहुंची वॉटर एक्सप्रेस को उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव के साथ मुख्य सचिव ने गैर जरूरी बताया है।
कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव आज कानपुर में थे। बुंदेलखंड जल संकट पर इंडियन रेलवे की वॉटर एक्सप्रेस को शिवपाल यादव ने केंद्र सरकार की राजनीति करार बताया। शिवपाल ने कहा बुंदेलखंड में पानी की समस्या नहीं है। केंद्र सरकार वहां ट्रेन से पानी भेजकर राजनीति कर रही है। शिवपाल ने कहा कि यह सच है कि बुंदेलखंड में पानी की जरा भी समस्या नहीं है। अगर जरुरत होगी तो हम पानी मांग लेंगे। चुनाव को देखते हुए केंद्र सरकार को अब बुंदेलखंड की याद आ रही है। अब केंद्र सरकार वहां पर पानी भेजकर राजनीति कर रही है। शिवपाल ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा बुंदेलखंड में सूखे पर कोई मदद नहीं मिली। राज्य सरकार ने बुंदेलखंड की पूरी मदद की है। अब केंद्र सरकार थोड़ा सा पानी भेजकर सियासत कर रही है।
कहा पानी की नहीं जरुरत
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव अलोक रंजन ने भी कहा कि बुंदेलखंड में पानी की जरा भी किल्लत नहीं है। वहां पर ट्रेन से पानी भेजने की कोई जरूरत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 400 टैंकर खरीदे हैं। वहां तालाबों में पानी भरकर सप्लाई की जा रही है। इतना ही नहीं तीन वर्ष से सूखे की वजह से जल स्टार काफी नीचे चला गया है। वहां पर जगह-जगह रिबोर का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो केंद्र से पानी मांगा जाएगा लेकिन फिलहाल अभी इसकी कोई जरुरत नहीं है।
क्या है मामला
बुंदेलखंड में जल संकट को देखते इंडियन रेलवे ने राजस्थान से लातूर की तरह वॉटर एक्सप्रेस महोबा भेज रही है जो कल पहुंचेगी। इस बीच रतलाम से वॉटर एक्सप्रेस कल झांसी पहुंची लेकिन महोबा जिला प्रशासन ने पानी लेने से मन कर दिया। जिसके बाद ट्रेन को झांसी यार्ड में खड़ा कर दिया गया है।