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सड़क पर मतदाता पुनरीक्षण कार्य तो कहीं गायब मिले बीएलओ, 13 पर दर्ज FIR

जिला निर्वाचन कार्यालय की लापरवाही उजागर, कई और जगह भी दिखीं अव्यवस्थाएं, वोटर वापस।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 12:42 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 12:42 PM (IST)
सड़क पर मतदाता पुनरीक्षण कार्य तो कहीं गायब मिले बीएलओ, 13 पर दर्ज FIR
सड़क पर मतदाता पुनरीक्षण कार्य तो कहीं गायब मिले बीएलओ, 13 पर दर्ज FIR

लखनऊ (जेएनएन)।  तमाम दावों के बाद भी अधिकारियों के आपसी तालमेल के अभाव का असर मतदाता पुनरीक्षण अभियान में दिखाई दिया। जिला निर्वाचन कार्यालय ने अमीनाबाद इंटर कॉलेज को मतदाता पुनरीक्षण केंद्र तो बना दिया, लेकिन वहां परीक्षा होने से कॉलेज प्रबंधन ने किसी को प्रवेश करने नहीं दिया। बीएलओ के साथ भी अभद्रता की गई और गेट पर गार्ड खड़ा कर दिए गए।

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लिहाजा बीएलओ को सड़क पर ही एक जाल पर मतदाता सूची रखकर पुनरीक्षण का काम करना पड़ा। जानकार बताते हैं कि मतदाता पुनरीक्षण कार्य देखने और परीक्षा का इंतजाम कराने वाले दो एडीएम में आपसी तालमेल न होने से ही कई जगह परीक्षा के चलते पुनरीक्षण कार्य खुले में ही करना पड़ा। उधर करीब 70 विद्यालयों को राजकीय शिक्षक भर्ती परीक्षा का केंद्र बनाया गया था, इनमें से अधिसंख्य मतदान केंद्र हैं। ऐसे में इन केंद्रों पर पुनरीक्षण अभियान बेअसर हो गया। कुछ जगह तो मतदाता नहीं पहुंचे तो कई केंद्रों पर बीएलओ गायब रहे।

रविवार दोपहर एक बजे तेज धूप के बीच लोगों को सड़क पर खड़े होकर ही मतदाता सूची को देखना पड़ा। बैठने तक का को इंतजाम नहीं था और एक महिला बीएलओ किसी ने बेंच लेकर बैठी थी। पुनरीक्षण कराए आए बुजुर्ग लोगों को भी खड़े रहना पड़ा। मतदाता सूची पुनरीक्षण कराए आए नजीब अहमद, असीम, खुर्शीद अंसारी व अन्य का कहना था कि प्रशासन को वैकल्पिक इंतजाम करने चाहिए थे। एक तो तेज धूप है और दूसरा सड़क पर खड़े होकर मतदाता सूची देखनी पड़ रही है।

उधर, राजकीय इंटर कॉलेज निशातगंज को इस बार भी परीक्षा केंद्र बनाया गया। रविवार दोपहर 12 बजे यहां राजकीय शिक्षक भर्ती परीक्षा चल रही थी। गेट बंद था। परिसर में धूप में कुर्सी पर बीएलओ बैठे टाइम पास कर रहे थे। यहां दोपहर तक एक भी फार्म भरा नहीं गया था। निशातगंज से आए राघवेंद्र प्रताप समेत कई मतदाता गेट बंद देख कर लौट गए। आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज बादशाहनगर मतदान केंद्र पर चार बीएलओ मौजूद थे। यहां फार्म तो पर्याप्त थे, लेकिन दोपहर एक बजे तक एक भी वोटर नहीं पहुंचा। इसके अलावा, इंदिरा प्रियदर्शनी वार्ड का मतदाता पुनरीक्षण कार्य कनौसा स्कूल में चल रहा था। यहां 11 बीएलओ की ड्यूटी लगी होना बताया गया। मगर 10 बजे सिर्फ एक ही बीएलओ गजेंद्र ही मिले।

वहीं फॉर्म लेने के लिए सुभाष, बेटी के मतदाता पहचान पत्र की जानकारी लेने के लिए मिलाजुल हक व वोटर आइडी के लिए रमेश चंद्र केंद्र पर पहुंच चुके थे। कर्मियों की सभी सीटें खाली थीं, ऐसे में अकेले गजेंद्र ने ही सभी की समस्याओं को हल करना शुरू किया। इसके बाद 10.10 पर दूसरे बीएलओ संतोष शर्मा ड्यूटी पर आए, अन्य देर तक केंद्र पर नहीं पहुंचे। जबकि आशियाना स्थित बिजली पासी कॉलेज में मतदाता पुनरीक्षण के दौरान कई बीएलओ मो ड्यूटी पर मुस्तैद रहे, मगर कई नदारद भी रहे। बताया गया कि मतदाता कैंप में 14 बीएलओ को आना था, इनमें नौ बीएलओ ही पहुंचे। बीएलओ सुशील सिंह, गुलाम मुस्तफा, अनिल कुमार, प्रीति व सुषमा समेत नौ बीएलओ कैंप में मतदाताओं की समस्याओं का समाधान करते रहे। गोमती नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय में लगे कैंप में सभी बीएलओ व कर्मचारी दिन भर मुस्तैद रहे। शाम पांच बजे तक करीब 100 मतदाताओं ने नाम परिवर्तन, संशोधन व नए नामों के लिए आवेदन किए।

13 बीएलओ पर एफआइआर 72 का वेतन रुका

हिदायतों के बाद भी मतदाता पुनरीक्षण अभियान में लापराही दिखी। कई केंद्रों से बीएलओ नदारद रहे तो कई स्थानों पर लोगों को फार्म के लिए भटकना पड़ा। डीएम कौशल राज शर्मा ने लापरवाही बरतने पर 13 बीएलओ पर प्राथमिकी दर्ज करने और 72 का वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिये हैं।

पूर्व में भी नहीं किए थे वैकल्पिक इंतजाम

पिछली बार भी अमीनाबाद इंटर कालेज में परीक्षा केंद्र बन जाने से सड़क ही पुनरीक्षण का कार्य हो पाया था, लेकिन मतदाता पुनरीक्षण कार्य से जुड़े अधिकारियों ने कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं किया।

फॉर्म भरा, फिर भी सूची में नहीं शामिल किया नाम

सआदतगंज स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बने मतदान केंद्र में 11 बीएलओ तैनात रहे। यहां बीएलओ शत्रोहन ने बताया कि 16 जुलाई को 10 लोगों का वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए आवेदन जमा किया था, लेकिन न वोटर लिस्ट में नाम जुड़ा, न ही कार्ड बना। स्थानीय वोटर अशोक गुप्ता ने कहा कि गत नौ फरवरी को वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने व कार्ड बनवाने के लिए उन्होंने पांच लोगों का फार्म जमा किया था, लेकिन उनकी बेटी रिचा का नाम नहीं शामिल किया गया जबकि बेटे आकाश के वोटर कार्ड पर किसी दूसरे की फोटो लगा दी। बाकी तीनों के नाम गलत लिख दिए गए।

बीएलओ और सूची न मिलने पर बुजुर्ग नाराज

आधी-अधूरी सूची के साथ मतदाता पुनरीक्षण अभियान कुंडरी रकाबगंज के सरस्वती शिशु निकेतन बूथ पर देखने को मिला। बूथ संख्या-141 के बीएलओ नदारद थे। लिहाजा पास के दूसरे बूथ 139 एवं 140 के बीएलओ आने वालों से असमर्थता जता रहे थे। बुजुर्ग गिरधारी लाल अपना निर्वाचन कार्ड दुरुस्त कराने जब दूसरी बार बूथ पर पहुंचे तो इस बार भी बीएलओ नहीं मिले।

नाराज हो उन्होंने कहा कि यह कैसी व्यवस्था है अगर बीएलओ नहीं है तो सूची देकर दूसरे को व्यवस्था सौंप दी जानी चाहिए थी। इस उम्र में कितनी बार दौड़ना पड़ेगा। सूची की खामियों पर कई बार इस बूथ पर लोगों से तकरार हुई। हालांकि 139 एवं 140 भाग संख्या पर काम आसानी से चलता रहा। कुंडरी रकाबगंज स्थित स्कूल पर सन्नाटा रहा। बीएलओ रामचंद्र तो मौजूद रहे पर साथ में मौजूद महिला सुपरवाइजर औपचारिकताएं करती नजर आईं।

वोटर मानसनगर के और नाम नारायणपुरी में

सरोजनीनगर द्वितीय वाड के आवासीय इंटर कॉलेज के बूथ में लगे मतदाता पुनरीक्षण शिविर में कई आपत्तियां सामने आईं। कई नए मतदाता मानसनगर में अभिभावकों के साथ अपना नाम जुड़वाना चाहते थे तो उनका नाम नारायण पुरी में निकला। यहां के निवासी ऋषभ ने बताया कि शिविर में मौजूद रमनदीप शर्मा, गणोश दत्त शर्मा, मनोज सिंह, विजय लक्ष्मी, सुभाष गोस्वामी, गीता व नीलू शर्मा की ओर से दो दर्जन से अधिक नए वोटरों को जोड़ा गया। सुबह से देर शाम तक शिविर लगा रहा। वहीं नरही के प्राथमिक विद्यालय में तीन बूथों का शिविर एक कमरे में लगा था। पुष्पा, अंजू रानी व सुनील की ओर से नए मतदाताओं को जोड़ने का काम किया जा रहा था।


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