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बीएचयू में फिर भिड़े छात्रगुट, फेंका पेट्रोल बम-पत्थर

क्रिकेट विश्व कप के बाद अब आईपीएल-2015 का असर भारत रत्न माहमना मदन मोहन मालवीय की बगिया यानी वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में परिसर में भी दिख रहा है। क्रिकेट के विवाद में यहां के आइआइटी और विधि संकाय के छात्र भिड़ गए। देखते ही देखते छात्र, गुट बनाकर

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Fri, 10 Apr 2015 04:18 PM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2015 04:22 PM (IST)
बीएचयू में फिर भिड़े छात्रगुट, फेंका पेट्रोल बम-पत्थर

लखनऊ। क्रिकेट विश्व कप के बाद अब आईपीएल-2015 का असर भारत रत्न माहमना मदन मोहन मालवीय की बगिया यानी वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में परिसर में भी दिख रहा है। क्रिकेट के विवाद में यहां के आइआइटी और विधि संकाय के छात्र भिड़ गए। देखते ही देखते छात्र, गुट बनाकर एक दूसरे पर टूट पड़े।

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लंबे समय तक यहां पर शांत रहा माहौल कल शाम फिर तल्ख हो गया। क्रिकेट के विवाद में छात्रावास मार्ग पर जबरदस्त पत्थरबाजी, पेट्रोल बम चलने से परिसर में अफरातफरी मच गई। अंधेरा छाते ही छात्र और उग्र हो गए। वाहनों को आग लगाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। सूचना पर आला अधिकारियों के साथ जिले के कई थानों की फोर्स बीएचयू परिसर पहुंच गई। बीएचयू में फोर्स की धमक के बाद भी छात्रों के गुट एक दूसरे पर हमलावर थे। घटना में दर्जन भर से अधिक छात्रों समेत छात्रावास के वार्डेन मनोज कुमार भी चोटिल हुए। पथराव इस कदर हुआ कि भगवानदास से राजपुताना छात्रावास तक की सड़क पत्थरों से पट गई।

तिल का हुआ ताड़

बताते हैं कि राजपूताना हॉस्टल के सामने के मैदान में विधि संकाय के छात्र क्रिकेट खेलने पहुंच गए, वहां पहले से ही आइआइटी के माइनिंग विभाग के छात्रों का अंतर कक्षा मैच चल रहा था। आइआइटी के छात्रों ने मना किया। बस इतनी सी बात तिल का ताड़ हो गई। उस समय मामूली मारपीट हुई लेकिन बाद में आइआइटी के छात्रों और विधि संकाय के छात्रों के बीच विवाद की सूचना दोनों ही ओर के सहपाठियों को मिली और बवाल शुरू हो गया।

दर्जनभर से अधिक घायल

इस बवाल में दोनों ही पक्षों से दर्जनभर से अधिक छात्रों के घायल होने की सूचना है। पेट्रोल बम से झुलसने से आइआइटी के एक छात्र की हालत खराब हो गई, उसे सर सुंदरलाल चिकित्सालय की आइसीयू में भर्ती कराया गया गया है।

पहुंची फोर्स

बवाल की सूचना प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पास पहुंची। सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे लेकिन वे भी मूकदर्शक ही बने रहे, कुछ कर नहीं सके। दोनों ही ओर से आवागमन ठप हो गया। सूचना पाकर कवरेज के लिए पहुंचे मीडिया कर्मियों को भी छात्रों ने कैमरा निकालने से मना कर दिया। चेतावनी तक दी कि अगर कैमरा निकाला तो तोड़ दिया जाएगा। सूचना जिला प्रशासन तक पहुंची। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई।

हॉस्टल मार्ग पर रोक

हॉस्टल मार्ग पर सुरक्षाकर्मी व पुलिस के जवान ही जा पा रहे थे। इस मार्ग पर कुछ दूर तक जाने के बाद लोगों को दूसरी ओर मोड़ दिया जा रहा था। इस मार्ग पर बने अन्य हॉस्टलों से छात्रों को निकलने से भी रोक दिया गया। हालांकि लगातार पुलिस के हूटर की आवाज सुनकर अन्य हॉस्टलों के छात्र भी निकल आए। छात्राएं भागकर किसी तरह अपने अपने हॉस्टलों में पहुंचीं।

समझाने पर लौटे आइआइटी के छात्र

देर रात डीएम व एसएसपी भी मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने का प्रयास किया। आइआइटी के छात्र इस आश्वासन पर लौट गए कि कोई कार्रवाई नहीं होगी। घटना की जांच कराई जाएगी। उधर विधि संकाय के छात्र भगवानदास हॉस्टल में घुस गए और गेट बंदकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। अधिकारियों ने मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों को भी हटा दिया। देर रात अधिकारियों संग कुलपति की बैठक जारी थी। दूसरी ओर चर्चा रही कि भगवानदास हॉस्टल को खाली कराने के प्रशासन के प्रस्ताव पर बीएचयू प्रशासन विचार कर रहा था।


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