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चालक का मजहब देखकर रद कर दी ओला कैब, सोशल मीडिया पर बना बहस का मुद्दा

बुकिंग कंफर्म होने के बाद जब उसने देखा कि ड्राइवर मुस्लिम है तो उसने बुकिंग कैंसल कर दी। बुकिंग कैंसल करने को लेकर उसने कहा ड्राइवर मुस्लिम है, इसलिए बुकिंग कैंसल कर रहा हूं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 23 Apr 2018 11:00 AM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 03:35 PM (IST)
चालक का मजहब देखकर रद कर दी ओला कैब, सोशल मीडिया पर बना बहस का मुद्दा

लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विश्व हिंदू परिषद के एक नेता के ओला कैब बुकिंग कैंसल करने के फैसले ने सोशल मीडिया को बहस का नया मुद्दा दे दिया है। विश्व हिंदू परिषद के नेता अभिषेक मिश्रा ने ओला से कैब बुक किया।

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बुकिंग कन्फर्म होने के बाद जब उसने देखा कि ड्राइवर मुस्लिम है तो उसने बुकिंग कैंसल कर दी। बुकिंग कैंसल करने को लेकर उसने कहा कि ड्राइवर मुस्लिम है, इसलिए मैं बुकिंग कैंसल कर रहा हूं। बुकिंग कैंसल करने को लेकर इसके कारण के जवाब में ओला ने भी ट्वीट किया कि कैब कंपनी सेक्युलर प्लेटफॉर्म है। कंपनी अपने ड्राइवर और कस्टमर के साथ धर्म, लिंग और जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करती है। बुकिंग कैंसल करने के बाद अभिषेक ने लिखा कि मैं अपने पैसे जिहादियों को नहीं देना चाहता हूं। साथ में उसने इसका स्क्रीन शॉट ट्वीट भी किया।

लखनऊ में अभिषेक मिश्रा नामक एक ओला कस्टमर ने कुछ दिन पहले कैब को इस कारण निरस्त कर दिया था, क्योंकि कैब का ड्राइवर एक समुदाय विशेष से था। इसके बाद अभिषेक ने निरस्त की गई कैब से जुड़ा स्क्रीनशॉट ट्विटर पर साझा किया। इसमें लिखा गया था कि वह अपने पैसे जिहादियों को नहीं देना चाहता है। अभिषेक का ट्वीट वायरल होने के बाद ओला ने तुरंत इस पर सफाई दी और ओला को एक धर्मनिरपेक्ष प्लेटफार्म करार देते हुए प्रतिक्रिया दी। ट्विटर पर छिड़ी इस जंग के जवाब में ओला कैब ने कहा कि हम अपने ग्राहकों और ड्राइवर्स से आग्रह करते हैं कि वे एक-दूसरे से सम्मान के साथ व्यवहार करें।

जिहादियों को नहीं देना चाहते पैसे

पूरा वाक्या दरअसल 20 अप्रैल का है। अभिषेक ने लखनऊ की बटलर कॉलोनी से पॉलिटेक्निक बस स्टैंड जाने के लिए एक ओला कैब बुक की। लेकिन उन्होंने कैब बुकिंग केवल इसलिए कैंसल कर दी क्योंकि उस कैब के ड्राइवर का नाम मसूद असलम था। अभिषेक ने  ना सिर्फ कैब की बुकिंग कैंसल की बल्कि कैंसल करने का स्क्रीनशॉट भी अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। अभिषेक ने स्क्रिनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि 'मैंने ओला कैब रद कर दी है, क्योंकि ड्राइवर मुस्लिम था। मैं अपना पैसा जिहादी लोगों को नहीं देना चाहता।

ओला ने दिया करारा जवाब

अभिषेक की इस हरकत का ओला ने भी जवाब दिया है। अभिषक के ट्वीट का जवाब देते हुए ओला ने लिखा कि हमारे देश की तरह ओला भी सेक्युलर है और हम अपने ड्राइवर पार्टनर या कस्टमर में जाति, धर्म, लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करते। हम अपने सभी कस्टमर्स और ड्राइवर पार्टनर्स से आग्रह करते हैं कि एक-दूसरे का सम्मान करें।

पिछले दिनों एक महिला ने भगवान हनुमान के पोस्टर वाली कैब में ट्रैवल न करने की गुहार लगाई थी। उसने भी बुकिंग कैंसल कर दी और कहा था कि मैं रेप टेररिज्म को बढ़ावा देने के लिए रेपिस्टों का पेट भरने के लिए पैसे नहीं दे सकती। ऐसा माना जा रहा है कि अभिषेक ने उस ट्वीट के जवाब में यह काम किया है। अभिषेक ने एक ट्वीट का स्क्रीन शॉट अपने अकाउंट से ट्वीट किया है।

जिसमें रेशमी आर नायर जो बेंगलुरू की रहने वाली हैं उन्होंने 16 अप्रैल को ऊबर की कैब इसलिए कैंसल कर दी थी, क्योंकि उसका ड्राइवर हिंदू था और कैब पर 'रुद्र हनुमान' का छोटा पोस्टर लगा था। रेशमी नायर ने ट्वीट किया था कि मैं बेंगलुरू की सड़कों पर देर रात कैब से सफर करती हूं। मेरी जैसी कई लड़कियां और महिलाएं देर रात अकेले कैब में ट्रैवल करती हैं। हम जैसी लड़कियां कट्टर हिंदुत्व वाले लोगों से डरती हैं, क्योंकि हिंदुत्व के समर्थक नेता रेप की घटनाओं का समर्थन करते हैं।

युवक ने कहा, रेशमी के बयान के बाद प्रतिक्रिया स्वरूप निरस्त की ओला

रेशमी के ट्वीट से उठा विवाद अभिषेक के ट्विटर एकाउंट को देखने से पता चलता है कि उसने ओला कैब रद करने का कदम बेंगलुरु की रेशमी आर नायर की उस फेसबुक पोस्ट के जवाब में उठाया था, जिसमें रेशमी ने रूद्र और हनुमान के पोस्टर वाली कैब में ट्रैवल न करने की बात कही थी। रेशमी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था, मैं रेप टेररिज्म को बढ़ावा देने के लिए और रेपिस्टों का पेट भरने के लिए अपना पैसा नहीं दूंगी। 


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