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उत्तराखंड महोत्सव पर कोरोना का ग्रहण, सीम‍ित कलाकारों के साथ होगा कौथिग महोत्‍सव

महापरिषद के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि उत्तराख्ंड से कलाकार नहीं आ पाएंगे। सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप दर्शकों की संख्या को सीमित रखने में दिक्कत होगी। इसी के चलते निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 05:28 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 05:28 PM (IST)
उत्तराखंड महोत्सव पर कोरोना का ग्रहण, सीम‍ित कलाकारों के साथ होगा कौथिग महोत्‍सव
डॉ.गाेविंद बल्लभ पंत सांस्कृतिक स्थल पर दिसंबर में होता है आयोजन।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तराखंड की संस्कृति को अपने आंचल में छिपाए उत्तराखंड महोत्सव इस बार नहीं होगा। कोरोना संक्रमण के चलते उत्तराखंड महापरिषद ने आयोजन को निरस्त करने का नि‍र्णय लिया है। महापरिषद के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि उत्तराख्ंड से कलाकार नहीं आ पाएंगे। सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप दर्शकों की संख्या को सीमित रखने में दिक्कत होगी। इसी के चलते निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। बीरबल साहनी मार्ग स्थित डॉ.गाेविंद बल्लभ पंत सांस्कृतिक स्थल पर नवंबर में आयोजन होता था।

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सीमित कलाकारों के साथ होगा कौथिग

उत्तराखंड की राजजात यात्रा और छोलिया नृत्य से सरोबाेर रहने वाला कौथिग सीमित कलाकारों के साथ होगा। पर्वतीय महापरिषद की ओर से बीरबल साहनी मार्ग स्थित डा.गाेविंद बल्लभ पंत सांस्कृतिक स्थल पर जनवरी में आयोजन हाेता था। महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चंद्र जोशी ने बताया कि उत्तराखंड की संस्कृति से युवाओं को रूबरू कराने के लिए सीमित कलाकारों के साथ आयोजन होगा। सरकार की गाइड लाइन के पालन के साथ जितना संभव होगा, उतनी व्यवस्था की जाएगी। कोराेना संक्रमण् काल में सभी को मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करना होगा। बचाव की इसका इलाज है। उत्तराखंड में मेले को काैथिग कहा जाता है। मकर संक्राति पर काैथिग शुुरू होता है।


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