मैन्युफैक्चरिंग व सेवा क्षेत्रों में भारत-अमेरिका के कारोबारी रिश्तों की रीढ़ साबित होगा उत्तर प्रदेश
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार निवेशकों को हर संभव सहयोग और सहूलियत देने के लिए तैयार है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश मैन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्रों में भारत और अमेरिका के कारोबारी रिश्तों की रीढ़ साबित होगा। इंडो अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स तथा यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल की ओर से शुक्रवार को आयोजित विभिन्न वेबिनार में भाग लेते हुए वह तकरीबन 320 ग्लोबल ब्रांड के पदाधिकारियों से रूबरू हुए।
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण कुशल प्रवासी कामगार बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश लौटे हैं। दक्ष मानव संसाधन के संदर्भ में उत्तर प्रदेश को इससे अन्य राज्यों पर बढ़त मिली है। सरकार निवेशकों को हर संभव सहयोग और सहूलियत देने के लिए तैयार है। चीन से कदम खींचने वाली कंपनियों को आकर्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार खासतौर पर जोर दे रही है।
कुछ फार्मा कंपनियों के प्रतिनिधियों ने कहा कि चीन से निकलने के लिए उन्हें कई छोटे उत्पादों की आपूर्ति की जरूरत पड़ेगी। इस पर सिद्धार्थनाथ ने उन्हें बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ के पास एक फार्मा पार्क स्थापित करने जा रही है। प्लग एंड प्लेज पॉलिसी के तहत कोई भी कंपनी उत्तर प्रदेश में अपना कारोबार शुरू कर सकती है और इसके लिए वह तीन वर्षों में अनापत्ति प्रमाण पत्र हासिल कर सकती है। रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने इसकी सराहना की और कहा कि इससे डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में निवेश आकॢषत करने में यूपी को मदद मिलेगी।
Interacted with US-IBC and Indo American Chamber of Commerce. Under the the leadership of CM Yogi Adityanath ji UP Govt. is committed to provide all possible cooperation and facilities to all the entrepreneurs setting up enterprises in UP. pic.twitter.com/EicsSOMMue — Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) May 22, 2020
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन ने उत्तर प्रदेश की विशेषताओं के बारे में प्रस्तुतीकरण किया। प्रमुख सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल ने एमएसएमई साथी एप के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में जीएसके, फाइजर, बैक्सटर व मेडट्रॉनिक जैसी फार्मा कंपनियां, लॉकहीड माॢटन व ईसिस्टम्स एल 3 हैरिस जैसी रक्षा क्षेत्र की कंपनियां तथा आइबीएम, एचसीएल, विप्रो, सिटीबैंक, माइक्रोसॉफ्ट, वॉलमार्ट जैसे ब्रांड के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।