उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड देगा 1.45 लाख लोगों को रोजगार, अगले सात महीनों में पूरा होगा लक्ष्य
प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री माटी कला कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने की व्यवस्था की गई है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने 12 योजनाओं व कार्यक्रमों के माध्यम से अगले सात महीनों में 1 लाख 45 हजार 528 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया है। बोर्ड ने इन योजनाओं और कार्यक्रमों को प्रमुखता से संचालित करने की रूपरेखा तय करते हुए उनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए समयसारिणी भी निर्धारित की है।
प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री माटी कला कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने की व्यवस्था की गई है। राज्य के नौ मंडलों में 2700 माइक्रो माटी कला कॉमन फैसेलिटी सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। इन केंद्रों से 10,500 लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ होंगे। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 2572 इकाइयों की स्थापना से 20,576 लोगों को रोजगार से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अंतर्गत 800 इकाइयों की स्थापना का लक्ष्य है, जिसमें 16,000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
डॉ. नवनीत सहगल ने कहा कि इसी प्रकार सोलर चरखा वितरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत एक हजार व्यक्तियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। पंडित दीन दयाल उपाध्याय खादी विपणन सहायता कार्यक्रम के माध्यम से 50 हजार लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ कराए जाएंगे। प्रमुख सचिव ने बताया कि टूल किट योजना के तहत स्वरोजगार स्थापित करने के इच्छुक 12 सौ लोगों को टूल किट देने के साथ ही उन्हेंं प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 300 लाभार्थियों को हनी मिशन के तहत प्रशिक्षण देने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश में संचालित कंबल कारखानों की क्षमता में वृद्धि करा 300 अतिरिक्त लोगों को रोजगार के अवसर दिए जाएंगे। जालौन के कालपी में हाथ कागज केंद्र का संचालन जून से प्रारंभ करने की सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जा चुकी हैं। इस केंद्र से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 3075 नवयुवकों/महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए खादी उत्पादन केंद्रों का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। साथ ही, अन्य विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर 42,497 लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।