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अयोध्या में रची जा रही थी गहरी साजिश, पहचान छिपाकर मदरसे में रह रहा नेपाली नागरिक ग‍िरफ्तार

एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश का कहना है कि सलीम रामजन्म भूमि मंदिर को लेकर आए कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या आया था और यहां एक मदरसे में रह रहा था। इससे पूर्व वह श्रावस्ती के भिनगा में रहा था। उसे रौनाही थानाक्षेत्र में सुचित्तागंज बाजार से गिरफ्तार किया है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 10:02 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 12:49 PM (IST)
पाकिस्तान, इजिप्ट, कुवैत, सऊदी अरब, सूडान में थे संपर्क। बरामद दस्तावेजों में तीन जन्म तिथियां आईं सामने।

लखनऊ, [राज्‍यब्‍यूरो]। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अयोध्या में एक मदरसे में रह रहे नेपाली नागरिक मु.सलीम को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। वह पहचान छिपाकर रह रहा था। उसके कब्जे से कूटरचित दस्तावेजों के जरिये बनवाया गया आधार कार्ड, नेपाली पासपोर्ट की छायाप्रति, शैक्षिक प्रमाण पत्र व मोबाइल फोन बरामद हुआ है। आशंका है कि देश विरोधी ताकतों से जुड़कर वह अयोध्या में कोई गहरी साजिश रचने में जुटा था। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश का कहना है कि सलीम रामजन्म भूमि मंदिर को लेकर आए कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या आया था और यहां एक मदरसे में रह रहा था। इससे पूर्व वह श्रावस्ती के भिनगा में रह रहा था। उसे रौनाही थानाक्षेत्र में सुचित्तागंज बाजार से गिरफ्तार किया गया है। वह लक्षनपुर नेपालगंज, नेपाल का निवासी है।

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सलीम ने अपनी जन्मतिथि व अन्य पहचान छिपाकर भारतीय मोबाइल सिम कार्ड लिया है तथा वर्ष 2016 में श्रावस्ती में इलाहाबाद/इंडियन बैंक की हेमपुर ब्रांच में एक बचत खाता भी खुलवा लिया था। सलीम ने अपने अभिलेखों में तीन अलग-अलग जन्मतिथियों को दर्ज कराया है। आधार कार्ड में उसने अपनी जन्म तिथि एक जनवरी 1981 दर्ज कराई है। इस आधार कार्ड के आधार पर इलाहाबाद बैंक के खाते में अपनी जन्मतिथि 20 सितंबर 1976 दर्ज कराई थी और पता परसोहना, श्रावस्ती अंकित कराया था।

एडीजी के अनुसार सलीम ने पूछताछ में बताया उसने दो भारतीय मोबाइल सिम कार्ड हासिल कर रखे हैं, जिनका वह उपयोग करता है। इसके अलावा उसके कब्जे से दो नेपाली सिम कार्ड भी बरामद हुए। सलीम के मोबाइल फोन में इंटरनेट एप्स के जरिए पाकिस्तान व अन्य देशों के नागरिकों से चैटि‍ंग/काल‍िंंग किए जाने की बात सामने आई है। सलीम के पास से बरामद नेपाली पासपोर्ट की प्रति में उसकी जन्मतिथि एक अगस्त 1989 दर्ज है। वह अयोध्या में इनायतनगर थाना क्षेत्र के खिहारन स्थित एक मदरसे में रहता था। उसकी गतिविधियों की और गहनता से छानबीन शुरू की गई है। उसके देश विरोधी ताकतों से सीधे जुड़े होने की आशंका ने जांच एजेंसियों को सक्रिय कर दिया है। हालांकि बरामद दस्तावेजों के आधार पर आरोपित के विरुद्ध अयोध्या के रौनाही थाने में धोखाधड़ी की धाराओं में एफआइआर दर्ज कराई गई है।

इजिप्ट में रहा था सात साल

एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि सलीम करीब सात वर्षों तक इजिप्ट में रहा है। उसने वहां अल अजहर यूनिवर्सिटी काहिरा से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। उसने पाकिस्तान व बांग्लादेश की यात्रा भी की है। मोबाइल फोन की शुरुआती पड़ताल में सलीम के पाकिस्तान, इजिप्ट, कुवैत, सऊदी अरब, सूडान सहित अन्य देशों के नागरिकों से जुड़े होने की बात सामने आई है। उसकी कुछ चैट‍िंंग बेहद सामान्य हैं, जिनका सीधा कोई अर्थ निकालना जांच एजेंसियों के लिए मुश्किल हो रहा है। यह उनके संदेह को और गहरा भी कर रहा है। उसे पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए जाने की तैयारी है। पूछताछ में और तथ्य सामने आएंगे।


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