यूपी में अपराधियों के लिए काल रहा 2021, एनकाउंटर में मारे गए 26 बदमाश; जानें- पुलिस की उपलब्धियां
वर्ष 2021 में कुल 339230 मुकदमे पंजीकृत किये गए जो वर्ष 2020 की तुलना में 4.4 प्रतिशत कम हैं। वर्ष 2020 की तुलना में इस वर्ष डकैती की घटनाओं में 40 प्रतिशत लूट की घटनाओं में 23 प्रतिशत व हत्या की घटनाओं में 11 प्रतिशत की कमी हुई।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने वर्ष 2021 में भी कई उपलब्धियां हासिल की हैं। संगीन घटनाओं के बीच यूपी पुलिस ने अपराधियों विरुद्ध कार्रवाई का अभियान भी जारी रखा। इस वर्ष पुलिस मुठभेड़ में 26 कुख्यात अपराधी ढेर हुए। हत्या समेत अन्य गंभीर अपराधों में कमी के आंकड़े भी पुलिस के लिए राहत भरे रहे।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि वर्ष 2021 में कुल 339230 मुकदमे पंजीकृत किये गए, जो वर्ष 2020 की तुलना में 4.4 प्रतिशत कम हैं। वर्ष 2020 में 355100 मुकदमे दर्ज हुए थे। साथ ही वर्ष 2020 की तुलना में इस वर्ष डकैती की घटनाओं में 40 प्रतिशत, लूट की घटनाओं में 23 प्रतिशत व हत्या की घटनाओं में 11 प्रतिशत की कमी होने का दावा किया है। महिला अपराध में भी कमी होने का दावा किया गया है।
एडीजी के अनुसार वर्ष 2021 में दुष्कर्म के 2289 मुकदमे दर्ज हुए, जो वर्ष 2020 में दर्ज 2769 मुकदमों की तुलना में 17 प्रतिशत कम हैं। इस वर्ष अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान कुल 3910 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। अपराधियों से मुठभेड़ में 182 पुलिसकर्मी भी घायल हुए। पुलिस ने माफिया व अपराधियों के विरुद्ध अभियान के तहत अपनी कार्रवाई भी जारी रखी। इस वर्ष गैंगेस्टर एक्ट के 3032 मुकदमे दर्ज कर 9933 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
गैंगेस्टर एक्ट के 651 मामलों में पुलिस ने अपराधियों की एक हजार बारह करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की। इसमें सरकारी जमीनों को अवैध कब्जे से मुक्त कराये जाने व ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी शामिल है। वहीं वर्तमान शासनकाल में अब तक माफिया व अपराधियों का काली कमाई से जुटाया गया 1900 करोड़ रुपये से अधिक का साम्राज्य ध्वस्त किया जा चुका है। डीजीपी मुख्यालय की मानीटरिंग में इस वर्ष गैंगेस्टर एक्ट के तहत सबसे अधिक कार्रवाई सुनिश्चित कराई गई।
इस वर्ष यह भी कार्रवाई
- 2998 आरोपितों के विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
- 191 आरोपितों केे विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत शिकंजा
- 31764 अपराधियों पर लगा गुंडा एक्ट
- 8334 आरोपितों पर पाक्सो एक्ट के तहत हुई कार्रवाई