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UP News: अच्छी पैदावार के लिए हाइब्रिड बीजों के इस्तेमाल पर जोर, खरीफ की फसल पर राज्य स्तरीय गोष्ठी का आयोजन

फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए किसानों को हाइब्रिड बीजों के इस्तेमाल की सलाह कृषि विशेषज्ञों ने दी। फसल पर दवाइयों के छिड़काव व अन्य इस्तेमाल के लिए अब किसानों को ड्रोन का लाइसेंस नहीं लेना होगा बल्कि कंपनी की तरफ से दिए जाने वाला प्रमाण पत्र ही काफी होगा।

By Edited By: Shivam YadavPublished: Fri, 26 May 2023 09:40 PM (IST)Updated: Fri, 26 May 2023 09:40 PM (IST)
UP News: अच्छी पैदावार के लिए हाइब्रिड बीजों के इस्तेमाल पर जोर, खरीफ की फसल पर राज्य स्तरीय गोष्ठी का आयोजन
फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए हाइब्रिड बीजों के इस्तेमाल पर कृषि विशेषज्ञों ने जोर दिया

लखनऊ, राज्य ब्यूरो: फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए किसानों को हाइब्रिड बीजों के इस्तेमाल की सलाह कृषि विशेषज्ञों ने दी। फसल पर दवाइयों के छिड़काव व अन्य इस्तेमाल के लिए अब किसानों को ड्रोन का लाइसेंस नहीं लेना होगा, बल्कि कंपनी की तरफ से दिए जाने वाला प्रमाण पत्र ही काफी होगा। ड्रोन खरीद पर सरकार की तरफ से सब्सिडी देने पर भी विचार किया जा रहा है।

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कृषि निदेशालय में आयोजित राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किसानों से अपील की कि वह कृषि के साथ बागवानी, सब्जी तथा मोटे अनाजों का उत्पादन बढ़ाएं। किसानों को सिंचाई सुविधा सुगम करने हेतु इस वर्ष 30,000 सोलर पम्प उपलब्ध कराने का लक्ष्य सरकार ने रखा है। 

श्रीअन्न को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को बीज भी मिनीकिट के रूप में निःशुल्क उपलब्ध कराये जा रहे हैं। सावां, कोदो, ज्वार, बाजरा एवं रामदाना के एक लाख मिनीकिट वितरित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त दलहन में मूंग, उर्द और अरहर के 3.81 लाख तथा तिलहन में मूंगफली एवं तिल के 12 लाख मिनीकिट किसानों को निःशुल्क वितरित किए जाएंगे। सरकार अनाज के भंडारण के लिए 600 नए स्थलों का निर्माण करवाने जा रही है।

कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा कि खेती योग्य कृषि भूमि पर आच्छादन बढ़ाने का लक्ष्य है। इसलिए खरीफ फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अधिक उत्पादन के लिए उन्होंने समय से खेती की तैयारी करने का सुझाव दिया। फार्म मशीनों के वितरण में और अधिक पारदर्शिता लाने हेतु अब ब्लाक स्तर पर लक्ष्य आवंटित कर पोर्टल के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने उपकार योजना के तहत जारी 10 करोड़ के फंड में से कुछ धनराशि प्रगतिशील किसानों को फसलों पर शोध के लिए देने की वकालत की।

किसानों ने दिए सुझाव और उठाए सवाल

  • बुुंदेलखंड से आए किसान श्याम बिहारी गुप्ता ने सुझाव दिया कि गोबर को पांच रुपये किलो खरीदा जाए व गौमूत्र को दस रुपये में सरकार खरीदे। इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।
  • बलिया से आए किसान अखिलेश सिंह ने मांग की कि फसल में आग लगने की घटनाओं को देखते हुए खेत-खलिहान अग्निकांड सहायता राशि बढ़ाई जाए। फायर बिग्रेड को छोटी गाड़ियां उपलब्ध करवाई जाए, जिससे वह खेतों तक पहुंच सकें।
  • बहराइच से आए किसान अमित सिंह ने मांग की कि बहराइच में बढ़ रही स्ट्राबेरी की खेती को और बढ़ाने के लिए उसकी नर्सरी खुलवाई जाए।
  • देवरिया से आए किसान वीरेन्द्र मौर्य ने कहा कि खेतों में बाउंड्री बनाने के लिए जाली पर अनुदान दिया जाए।
  • फिरोजाबाद से आए किसान राजेश प्रताप ने कहा कि मौसम आधारित फसल बीमा का भुगतान समय से सुनिश्चित करवाया जाए।
  • प्रयागराज से आए स्वनल द्विवेदी ने कहा कि प्रयागराज में मोटे अनाज के खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाए।


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