UP New DGP: उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी बने आईपीएस अधिकारी विजय कुमार, डीजी विजिलेंस का भी मिला प्रभार
यूपी पुलिस को 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी विजय कुमार के रूप में अपना नया मुखिया मिल गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजी सीबीसीआईडी विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया है। उनके पास डीजी विजिलेंस का भी प्रभार है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो: यूपी पुलिस को 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी विजय कुमार के रूप में अपना नया मुखिया मिल गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजी सीबीसीआईडी विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया है। उनके पास डीजी विजिलेंस का भी प्रभार है। प्रमुख सचिव, गृह संजय प्रसाद ने विजय कुमार को अगले स्थायी डीजीपी की नियुक्ति तक पुलिस महानिदेशक (विभागाध्यक्ष) का अतिरिक्त प्रभार सौंपे जाने का आदेश जारी किया है।
फील्ड के अनुभवी हैं विजय कुमार
प्रदेश में यह लगातार तीसरे कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति है। विजय कुमार एसएसपी पीलीभीत, बांदा, मुजफ्फरनगर, गोरखपुर व लखनऊ के अलावा डीआईजी रेंज इलाहाबाद, मेरठ व आजमगढ़ के पद पर भी तैनात रहे हैं। आईजी जोन आगरा, कानपुर व गोरखपुर के तौर पर भी उन्हें फील्ड का अच्छा अनुभव है। वह एडीजी सुरक्षा, यातायात व पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
कार्यवाहक डीजीपी डाॅ. आरके विश्वकर्मा बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। इससे पूर्व उन्होंने पारंपरिक रूप से विजय कुमार को बेटल देकर पदभार छोड़ा। राज्य सरकार ने 12 मई, 2022 को डीजी विजिलेंस के पद पर तैनात रहे 1988 बैच के ही डाॅ. देवेन्द्र सिंह चौहान काे कार्यवाहक डीजीपी बनाया था।
31 मार्च, 2023 को डाॅ. चौहान का कार्यकाल पूरा होने पर 1988 बैच के ही आईपीएस अधिकारी डा.विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया था। डाॅ. विश्वकर्मा डीजी पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के पद पर तैनात थे। डीजी विशेष जांच चंद्र प्रकाश, आईजी ईओडब्ल्यू रामलाल मीणा व एसपी विजिलेंस मानिक चंद्र सरोज भी बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए।
विजय कुमार का 7 माह का कार्यकाल शेष
विजय कुमार का कार्यकाल जनवरी, 2024 तक है। उनका लगभग सात माह का कार्यकाल शेष हैं। ऐसे में यह संभावना भी है कि यदि राज्य सरकार जल्द स्थायी डीजीपी की नियुक्त का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजती है तो डीजीपी बनने के लिए छह माह का कार्यकाल शेष होने की शर्त विजय कुमार भी पूरी करेंगे।
स्थायी डीजीपी बनने का अवसर
वरिष्ठता क्रम को देखें तो 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी मुकुल गोयल व 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी आनंद कुमार के बाद विजय कुमार का नाम तीसरे नंबर पर होगा। इस दृष्टि से उनके पास स्थायी डीजीपी बनने का अवसर भी है।
डीजी कोआपरेटिव सेल के पद पर तैनात आनन्द कुमार वरिष्ठता क्रम में विजय कुमार से आगे हैं और शीर्ष पर मुकुल गोयल हैं। राज्य सरकार ने मुकुल गोयल को 11 मई, 2022 को डीजीपी के पद से हटा दिया था। गोयल वर्तमान में डीजी सिविल डिफेंस के पद पर तैनात हैं।