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नेट जीरो मिशन पर आगे बढ़ रहा यूपी, घर व खेत में पैदा कीजिए अपने हिस्से की बिजली और बाकी ग्रिड में बेचिये

उत्तर प्रदेश नेट जीरो मिशन पर आगे बढ़ाने के लिए एक्शन प्लान बना रहा है। इसके लिए विशेषज्ञों के साथ मंथन के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 12:05 AM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 12:11 AM (IST)
नेट जीरो मिशन पर आगे बढ़ रहा यूपी, घर व खेत में पैदा कीजिए अपने हिस्से की बिजली और बाकी ग्रिड में बेचिये
नेट जीरो मिशन पर आगे बढ़ रहा यूपी, एक्शन प्लान के लिए विशेषज्ञों के साथ मंथन।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कहा कि वर्ष 2070 तक नेट जीरो करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए थर्मल पावर पर निर्भरता कम कर सोलर पावर को बढ़ावा देना होगा। हमें अपने हिस्से की बिजली खुद अपने घरों व खेतों में सोलर पावर के जरिए पैदा करनी होगी। जितनी बिजली की जरूरत हो उतनी इस्तेमाल कीजिए बाकी बिजली ग्रिड में बेच दीजिए।

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ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का खतरा बहुत नजदीक है। इसके दुष्प्रभाव को दूर करने के प्रयास अभी से शुरू करने होंगे। कृषि, उद्योग, ट्रांसपोर्ट व बिल्डिंग चारों ही सेक्टरों में ऊर्जा संरक्षण के उपाय अपनाने होंगे।

नेट जीरो मिशन पर आगे बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश एक्शन प्लान बना रहा है। इसके लिए मंगलवार को विशेषज्ञों के साथ मंथन के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। विकसित देशों के दबाव में भारत नहीं आया और उसने वैश्विक पटल पर कहा कि विकास को बाधित किए बिना हम नेट जीरो की दिशा में आगे बढ़ेंगे। जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को दूर करने प्रयास हम सभी को करने होंगे।

विशिष्ट अतिथि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि जलवायु नियंत्रण के लिए कार्बन डाई आक्साइड को नियंत्रित करना होगा। थर्मल पावर से बिजली बनाने में हर दिन चार मालगाड़ी कोयला फूंका जाता है। कार्बन डाई आक्साइड कम करने के लिए दो तरीके हैं पहला इसे कम पैदा किया जाए दूसरा जो बन रही है उसे अवशोषित किया जाए।

सोलर पावर के जरिए 2030 तक 500 गीगावाट तक बिजली बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने कार्बन डाई आक्साइड कम करने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करने की सलाह दी। कहा, जन्मदिन हो या फिर शादी की सालगिरह, पौधारोपण जरूर करिए। किसान मेड़ पर पौधारोपण करे या फिर खेत में उसके लिए जल्द ही सरकार नीति लाने जा रही है।

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा कि बिजली की खपत कम करने के लिए हमें स्टार रेटिंग वाले उपकरण ही लेने चाहिए। एयर कंडीशन 24 डिग्री या फिर इससे अधिक पर चलाना चाहिए। इससे बिजली का बिल कम आएगा और बिजली की बचत भी होगी। हम सभी को अपना कार्बन फुट प्रिंट घटाना होगा। पृथ्वी को बचाने के लिए यह बहुत जरूरी है।

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव आशीष तिवारी ने ऊर्जा दक्षता विजन 2030 प्रस्तुत किया। उन्होंने ऊर्जा दक्षता से जुड़े कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 11.34 मिलियन टन उत्सर्जन में कमी ऊर्जा दक्षता के जरिए लाई जा सकती है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के एमडी पंकज कुमार ने विद्युत वितरण क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता से संबंधित सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों पर चर्चा की। इस मौके पर प्रमुख सचिव ऊर्जा एम देवराज भी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

क्या है नेट जीरो : नेट जीरो का अर्थ विभिन्न गतिविधियों में जितना कार्बन डाई आक्साइड उत्सर्जन होता है, उतने कार्बन डाई आक्साइड के अवशोषण की व्यवस्था करनी होती है।


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