सरकार ने सदन में कहा, कासगंज हिंसा की घटना की एसआइटी जांच होगी
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि प्रदेश सरकार कासगंज हिंसा की जांच एसआइटी को सौंपेगी। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सदन में दी जानकारी।
लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ नाथ सरकार ने अपने पहले संपूर्ण बजट सत्र में कासगंज हिंसा को लेकर हंगामे के तीसरे दिन आज इसकी एसआइटी जांच का भरोसा दिलाया। आज तीसरे दिन भी विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित हो गई जबकि विधानसभा में भी करीब डेढ़ घंटा तक कासगंज मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ।
दोपहर बाद आज विधान सभा की कार्यवाही के दौरान कासगंज हिंसा के मामले को लेकर करीब डेढ़ घंटा तक हंगामा होता रहा। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि प्रदेश सरकार कासगंज हिंसा की जांच एसआइटी को सौंपेगी। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सदन में दी जानकारी। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा सभी को न्याय दिलाना है। विपक्ष ने जांच की मांग रखी थी,पूरी तरह से निष्पक्ष जांच होगी। इस मामले की जांच एसआईटी करेगी,जो भी दोषी होगा सजा मिलेगी।
मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि कासगंज के लोग तिरंगा यात्रा बरसो से निकालते है। जिस रास्ते से लोग निकालते है उस रास्ते मे लोगो ने कुर्सियां डाल दी। जिससे घटना हुई। विपक्ष न्यायिक जांच की मांग कर रही थी जिसकी आवश्यकता नही है। कासगंज मामले में विपक्ष का आरोप की दंगा हुआ। सरकार ने कहा जो दोषी है उसपर कार्यवाही होगी हमने एसआईटी का गठन किया। विपक्ष उनके साथ खड़ा दिखा, जो दोषी है।
नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि सरकार आज तक कोई सही खुलासा नहीं कर पाई है और सरकार कुछ करना भी नही चाहती है। चौधरी ने कहा कि मामला बहुत गंभीर है। 26 जनवरी को मुसलमान लोग झंडा फहराने का काम कर रहे थे। हिन्दू संगठन ने वहाँ 'हिंदुस्तान में रहना होगा तो जय श्री राम कहना होगा' का नारा लगाया जिस पर विवाद शुरू हुआ।
कासगंज हिंसा मुद्दे पर कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि जहां एक तरफ सभी धर्मों ने देश को आज़ाद कराया था और भाजपा का कहना था कि 26 जनवरी को 141 लगी थी यह शर्मनाक है,कांग्रेस मांग करती है कि जांच हाईकोर्ट से हो।
विधानसभा में आज कांग्रेस, बसपा और समाजवादी पार्टी हाईकोर्ट के सीटिंग जज से घटना की जांच की मांग कर रही थी। अपनी मांग पूरी ना होने पर तीनों दलों ने किया सदन का बहिष्कार। इसी मांग पर समाजवादी पार्टी ने वेल में धरना दिया जबकि कांग्रेस सदस्यों ने वेल में आकर नारेबाजी की।
दौड़ रही सरकार हांफ रहा विपक्ष
राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में भाजपा के पंकज सिंह ने कहा कि दौड़ रही सरकार और विपक्ष पसीने-पसीने हो गया है हांफ रहा है।