CBI डायरेक्टर की रेस में UP के DGP हितेश चंद्र अवस्थी भी, सबसे बड़ी जांच एजेंसी में काम का लंबा अनुभव
सीबीआइ के निदेशक बनने की रेस में यूपी के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी भी शामिल हैं। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के मुखिया के पद के लिए तीन आइपीएस अफसरों की दौड़ में शामिल अवस्थी को इस जांच एजेंसी में उनके पूर्व के अनुभवों का लाभ मिल सकता है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के निदेशक बनने की रेस में उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी भी शामिल हैं। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के मुखिया के पद के लिए तीन आइपीएस अफसरों की दौड़ में शामिल हितेश चंद्र अवस्थी को इस जांच एजेंसी में उनके पूर्व के अनुभवों का लाभ मिल सकता है। 1985 बैच के आइपीएस अधिकारी हितेश चंद्र अवस्थी को सीबीआइ में काम करने का लंबा अनुभव है और वह अलग-अलग पदों पर 14 वर्षों से अधिक सीबीआइ में काम कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया हितेश चंद्र अवस्थी का कार्यकाल 30 जून, 2021 को पूरा हो रहा है। इससे पूर्व उन्हें सीबीआइ का सर्वोच्च पद संभालने की जिम्मेदारी मिल सकती है। मूलरूप से लखनऊ के निवासी हितेश चंद्र अवस्थी पहली बार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान वर्ष 1994 से वर्ष 2001 तक सीबीआइ में एसपी के पद पर तैनात रह चुके हैं। अपनी साफ सुधरी छवि के लिए पहचाने जाने वाले हितेश चंद्र अवस्थी वर्ष 2000 से 2001 के मध्य करीब डेढ़ साल केंद्रीय जांच एजेंसी में डीआइजी के पद पर भी कार्यरत रहे।
यूपी के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी वर्ष 2007 से वर्ष 2013 के मध्य सीबीआइ में आइजी/ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर तैनात रहे और अपने नेतृत्व में कई अहम जांचों को अंजाम तक पहुंचाया। हितेश चंद्र अवस्थी अविभाजित उत्तर प्रदेश में टिहरी गढ़वाल व हरिद्वार के एसपी भी रहे। डीजीपी बनने से पहले वह डीजी विजिलेंस के अहम पद पर तैनात थे। वह डीजी भ्रष्टाचार निवारण संगठन व ईओडब्ल्यू के पद पर भी तैनात रहे। जांच एजेंसियों में काम करने का लंबा अनुभव रखने वाले हितेश चंद्र अवस्थी वर्ष 2016 में एडीजी से डीजी के पद पर पदोन्नत हुए थे। वह 31 जनवरी, 2020 को कार्यवाहक डीजीपी और चार मार्च, 2020 को पूर्णकालिक डीजीपी नियुक्त हुए थे।
बताया जा रहा है कि सीबीआइ के डायरेक्टर पद पर नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में तीन नाम शॉर्टलिस्ट हुए हैं, इन्हीं में से एक पर मुहर लगेगी। शॉर्टलिस्ट हुए तीनों अधिकारी उत्तर प्रदेश, बिहार और आंध्र प्रदेश कैडर के हैं। इनमें से किसी एक को फरवरी से खाली पड़े सीबीआई डायरेक्टर के पद की जिम्मेदारी दी जाएगी। उत्तर प्रदेश से डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी का नाम शामिल हैं। इनके अलावा एसएसबी डीजी, कुमार राजेश चंद्रा के नाम की चर्चा है, जो 985 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। तीसरा नाम गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वाईएसके कौमुदी का है। वह आंध्र प्रदेश कैडर के 1986 बैच के आइपीएस ऑफिसर हैं।