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यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा- विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षा के आयोजन की करें तैयारी

डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि वार्षिक परीक्षा और सेमेस्टर परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने के लिए उच्च शिक्षण संस्थान जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था में अभी से जुट जाएं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 11:10 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 11:12 PM (IST)
यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा- विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षा के आयोजन की करें तैयारी
यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा- विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षा के आयोजन की करें तैयारी

लखनऊ, जेएनएन। यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना महामारी से सबक लेकर विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों को चाहिए कि वे ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित करने की तैयारी करें। गुरुवार को उच्च शिक्षा परिषद द्वारा कोविड-19 : शिक्षा की भावी दिशा विषय पर आयोजित वेबिनार में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि वार्षिक परीक्षा और सेमेस्टर परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने के लिए उच्च शिक्षण संस्थान जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था में अभी से जुट जाएं।

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उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेज क्लासरूम लेक्चर को अपनी वेबसाइट पर हर हाल में अपलोड करें। ऑनलाइन कक्षाओं की समय-सारिणी भी वेबसाइट पर उपलब्ध करवाएं, ताकि विद्यार्थी आसानी से क्लास पढ़ सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखकर हर विश्वविद्यालय रोजगारपरक कोर्स शुरू करे। कार्यक्रम में इग्नू के पूर्व कुलपति प्रो. एमएम पंत ने कहा कि कम्युनिटी बेस्ड लर्निंग को बढ़ावा दिया जाए। शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान की ऊर्जा को जगाना है, ऐसे में सभी संस्थान आपस में मिलकर काम करें। ऑनलाइन टीचिंग पर अधिक से अधिक फोकस किया जाना चाहिए।

आइआइटी कानपुर के पूर्व निदेशक डॉ. संजय जी. धांडे ने कहा कि ऑनलाइन टीचिंग से पहले यह डिटेल सर्वे हो कि किस-किस विद्यार्थी व शिक्षक के पास इंटरनेट नहीं है। सरकार व संस्थान इंटरनेट की सुविधा दें। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी आपदा के चलते संस्थाओं में अब एकेडमिक एसोसिएट व टेक्नीकल एसोसिएट की भूमिका में शिक्षकों को आना होगा। एक एकेडमिक एसोसिएट 30 विद्यार्थियों से जुड़कर उन्हें तराशे। टेक्नीकल एसोसिएट ऑनलाइन पढ़ाई में तकनीकी दिक्कतें दूर करे। वुर्चअल लैब को बढ़ावा दिया जाए और एनिमेशन की मदद से प्रैक्टिकल कराए जाएं।

एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि ई कंटेंट तैयार करने में संस्थान साथ मिलकर काम करें। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय नोएडा के कुलपति प्रो. बीपी शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय व इंडस्ट्री आपस में मिलकर काम करें। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के कुलपति प्रो. सुरेंद्र दुबे ने कहा कि विश्वविद्यालयों के लिए तैयार किए गए कॉमन सिलेबस में कौशल विकास को अनिवार्य किया गया है। कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह विवि के कुलपति प्रो. एनके तनेजा और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। वेबिनार में करीब 6567 लोग जुड़े। प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग ने सभी विश्वविद्यालयों से सुझाव मांगे कि वह प्रवेश व परीक्षा में क्या बेहतर बदलाव चाहते हैं। उपस्थित लोगों का आभार उच्च शिक्षा परिषद के चेयरमैन प्रो. जीसी त्रिपाठी ने व्यक्त किया।

25 फीसद कोर्स ऑनलाइन पढ़ाना हो अनिवार्य

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानुपर की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि लाकडाउन खत्म होने के बाद 25 प्रतिशत कोर्स ऑनलाइन पढ़ाना अनिवार्य हो। हर यूनिवर्सिटी कम से कम चार स्किल बेस्ड कोर्स शुरू करे। इंटरनेट की सुविधा सरकार उपलब्ध करवाए। आर्थिक संकट से जूझ रहे विश्वविद्यालयों को विशेष आर्थिक मदद दी जाए।


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