अखिलेश यादव के वादे पर अनुराग ठाकुर की तीखी टिप्पणी, कहा- इनकी आइटी का मतलब 'इनकम फ्राम टेरर'
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 उत्तर प्रदेश चुनाव सह प्रभारी अनुराग ठाकुर ने लखनऊ में कहा कि सपा का आतंक ही था कि उनके शासनकाल में असली आइटी यानी इन्फार्मेशन टेक्नोलाजी सेक्टर की कंपनियां यूपी नहीं आती थीं।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 2022 में सरकार बनने पर आइटी यानी सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में 22 लाख नौकरियों की घोषणा की तो केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने उस पर तीखी टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा कि अखिलेश की आइटी का मतलब 'इनकम फ्राम टेरर' है। मुख्तार अंसारी, यूनुस अंसारी, अतीक अहमद और नाहिद हसन जैसे माफिया सपा के ब्रांड एम्बेसडर थे।
राजधानी स्थित हजरतगंज चौराहे पर शनिवार को भाजपा के प्लेकार्ड प्रचार अभियान का शुभारंभ करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश चुनाव सह प्रभारी अनुराग ठाकुर ने कहा कि सपा का आतंक ही था कि उनके शासनकाल में असली आइटी यानी इन्फार्मेशन टेक्नोलाजी सेक्टर की कंपनियां यूपी नहीं आती थीं। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार है कि बीते पांच वर्ष में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में लाखों युवाओं को बिना भेदभाव नौकरी मिली है और प्रदेश आइटी हब के रूप में पहचाना जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अपराधियों, माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई और अखिलेश के 'इनकम फ्राम टेरर' वाली आइटी को बाहर भगा दिया। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोरोना काल में सीएम योगी की टीम व यहां के फ्रंटलाइन वर्कर ने जो काम किया, आज पूरी दुनिया उसकी सराहना कर रही है। कई देशों की जितनी आबादी नहीं, उससे ज्यादा टीके उत्तरप्रदेश में लगे हैं। सपा की वर्चुअल रैली से जुड़े प्रश्न पर बोले कि अखिलेश यादव को वर्चुअल का मतलब तो पता नहीं है और बातें करते हैं लैपटाप बांटने की।
पिछले दिनों सपा मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअल रैली नाम दिया गया था, जबकि कार्यक्रम में चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन किया गया था। चुनाव आयोग ने सपा को चेतावनी भी दी थी। प्लेकार्ड अभियान के बारे में बताया कि यहां अटल चौक पर पांच अलग-अलग विषयों पर जिस तरह से प्लेकार्ड लिखकर सरकार की उपलब्धियों का प्रदर्शन किया है, ऐसे ही पूरे प्रदेश में होगा। कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे और भाजपा सरकार की उपलब्धियां बताएंगे।