UP Board Exam 2021: यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा केंद्रों की लिस्ट जारी, सिर्फ 714 सेंटर बढ़े
UP Board Exam 2021 यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा केंद्रों की संख्या को सार्वजनिक कर दिया है। कोरोना काल के बावजूद केंद्रों की संख्या सिर्फ 714 ही बढ़ी है। केंद्रों की अंतिम सूची का प्रकाशन 22 फरवरी को वेबसाइट पर होगा।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना संक्रमण के विकट दौर में भी उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा केंद्रों की संख्या सिर्फ 714 ही बढ़ी है, यह काम परीक्षार्थियों के बीच शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए किया गया है। बोर्ड ने 8497 परीक्षा केंद्रों की सूची सभी जिलों को भेज दी है, ताकि उन पर आपत्तियां लेकर प्रक्रिया पूरी की जा सके। केंद्रों की अंतिम सूची का प्रकाशन 22 फरवरी को वेबसाइट पर होगा।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने जिलों से मिली सूची को सार्वजनिक कर दिया है। कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार केंद्रों की संख्या दोगुनी होने तक का अनुमान था, क्योंकि दोनों परीक्षाओं में शामिल होने वालों की तादाद पिछले वर्ष के लगभग बराबर ही है। बता दें कि इस बार 56 लाख से अधिक परीक्षार्थी इम्तिहान देंगे। इसके लिए 25 नवंबर को जारी केंद्र निर्धारण नीति में बदलाव किया गया। शासन ने 25 जनवरी को सूची सार्वजनिक करने और केंद्रों की संख्या दस फीसद से अधिक न करने का निर्देश दिया था।
कोविड की गाइडलाइंस का पूरा पालन : यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि प्रधानाचार्यों की ओर से वेबसाइट पर अपलोड की गई सूचना व डीएम की ओर से गठित समिति के इस पर मुहर लगाने के बाद विद्यालयवार परीक्षार्थियों को आवंटित किया गया। इसमें 8497 केंद्रों की सूची तय की गई है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 7783 परीक्षा केंद्र बने थे, इस आधार पर इस वर्ष तय केंद्रों की संख्या 714 (9.17 फीसद) ही अधिक है। इसमें शासन के निर्देश और कोविड की गाइडलाइंस का पूरा पालन किया गया है। सूची सभी जिलों को भेज दी गई है अब 30 जनवरी तक समाचारपत्रों में प्रकाशित कराकर उस पर आपत्तियां ली जाएंगी। सूची का अंतिम प्रकाशन 22 फरवरी को होगा।
121 कॉलेजों को मिली राहत : यूपी बोर्ड ने केंद्रों की सूची सार्वजनिक करने से पहले डिबार (काली सूची) केंद्रों की सूची जारी की। इस बार 312 केंद्र डिबार हुए हैं, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 433 रही है। इस हिसाब से 121 कॉलेजों को केंद्र बनने का मौका मिला है। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने कहा कि परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए यह कदम उठाया गया है।