Move to Jagran APP

चार पीढ़ियों तक कांग्रेसी रहे वाराणसी के त्रिपाठी परिवार के राजेशपति व ललितेशपति TMC में शामिल

वाराणसी से लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले पूर्व विधान परिषद सदस्य राजेशपति त्रिपाठी और उनके पूर्व विधायक बेटे ललितेश पति त्रिपाठी ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। राजेश पति त्रिपाठी उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वर्गीय लोकपति त्रिपाठी के बेटे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 05:47 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 06:00 PM (IST)
चार पीढ़ियों तक कांग्रेसी रहे वाराणसी के त्रिपाठी परिवार के राजेशपति व ललितेशपति TMC में शामिल
पूर्व विधान परिषद सदस्य राजेशपति त्रिपाठी उनके पूर्व विधायक बेटे ललितेश पति त्रिपाठी ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही लगातार झटके लग रहे हैं। वाराणसी से 23 अक्टूबर को कांग्रेस ने भले ही रायबरेली तक प्रतिज्ञा यात्रा को रवाना किया, लेकिन कांग्रेस के साथ चार पीढ़ी तक रहे त्रिपाठी परिवार ने अब कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीत पंडित कमलापति त्रिपाठी के पोते व परपोते ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ले ली।

loksabha election banner

भारतीय राजनीति में चार पीढ़ी तक साथ रहने वाले परिवार के मुंह मोड़ लेने से कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। वाराणसी से लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले पूर्व विधान परिषद सदस्य राजेशपति त्रिपाठी और उनके पूर्व विधायक बेटे ललितेश पति त्रिपाठी ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। राजेश पति त्रिपाठी उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वर्गीय लोकपति त्रिपाठी के बेटे हैं। लोकपति त्रिपाठी पंडित कमलापति त्रिपाठी के बेटे थे। ललितेश पति त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमला पति त्रिपाठी के परपोते हैं। उनके पिता राजेश पति त्रिपाठी कांग्रेस के पूर्व एमएलसी रह चुके हैं। ललितेश पति ने 2012 में कांग्रेस के टिकट पर मडि़हान विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी और मिर्जापुर से 2019 के चुनाव में हार गये थे।

वाराणसी मंडल में कांग्रेस का बड़ा चेहरा राजेश पति त्रिपाठी और उनके बेटे ललितेश पति त्रिपाठी सोमवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और पार्टी नेता अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हो गए। पूर्वांचल में कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे ललितेश पति त्रिपाठी ने पिछले महीने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। ममता बनर्जी के उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का प्रसार करने की योजना बनाने के साथ ही माना जा रहा है कि अखिलेश यादव इस बार के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के लिए कुछ सीटें छोड़ सकते हैं।

पंडित कमला पति त्रिपाठी का परिवार विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के स्तंभों में से एक रहा है। इसके अलावा परिवार कांग्रेस का ब्राह्मण चेहरा भी रहा है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस छोडऩे वाले नामी चेहरों में जितिन प्रसाद, राजाराम पाल, गयादीन, पंकज मलिक, तथा हरेंद्र मलिक हैं। प्रदेश में कांग्रेस 1989 से सत्ता से बाहर है। 1989 में नारायण दत्त तिवारी कांग्रेस के आखिरी मुख्यमंत्री थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.