विधानसभा सत्र आज से शुरू
लखनऊ (जाब्यू)। गुरुवार से शुरू हो रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में विपक्ष सरकार पर हमलाव
लखनऊ (जाब्यू)। गुरुवार से शुरू हो रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में विपक्ष सरकार पर हमलावर रहेगा, लेकिन घेराबंदी एकजुटता के बजाय अपने-अपने ढंगसे ही होगी। गन्ना किसानों की समस्या सरकार की बड़ी परेशानी का सबब बनेगा। मुजफ्फरनगर दंगा, कानून व्यवस्था, जर्जर सड़कें, खाद्य सुरक्षा, कर्मचारी आंदोलन व टीईटी जैसे मसलों पर भी विपक्ष के हमले होंगे। आनन-फानन में आहूत किए सत्र के औचित्य पर सवाल उठेंगे, तो दंगा आरोपी विधायकों की ओर से विशेषाधिकार हनन नोटिस जारी करने से कानूनी पेंचबाजी भी बढ़ेगी।
विधानसभा में पहले दिन की कार्रवाई पूर्व मंत्री राजाराम पांडेय के निधन पर शोक प्रस्ताव के बाद स्थगित होने की संभावना है, लेकिन विधानपरिषद चलेगी। इस दौरान बैठक में हंगामा तय माना जा रहा है, क्योंकि प्रमुख विपक्षी दलों ने अपने-अपने मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी है।
बसपा : सदन में सरकार को गन्ना संकट, कानून व्यवस्था व सांप्रदायिक तनाव जैसे मसलों पर घेरने की तैयारी में है। नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि घेराबंदी की जबरदस्त तैयारी है। बुधवार देर शाम पार्टी विधायकों की प्रदेश मुख्यालय में बैठक भी हुई। बैठक में विधायकों को सदन में सरकार को घेरने के मुद्दों के बारे में बताया गया।
भाजपा : आननफानन में शीतकालीन सत्र आहूत करने में संसदीय परंपरा और नियमों का पालन न होने पर औचित्य का प्रश्न उठेगा। इसके अलावा गन्ना संकट दंगा पीड़ितों के साथ भेदभाव, कर्मचारी आंदोलन और टीईटी जैसे मसलों पर सरकार को घेरा जाएगा।
कांग्रेस : विधानमंडल दल नेता प्रदीप माथुर ने बताया कि खाद्य सुरक्षा कानून लागू न करने एवं कांग्रेसियों पर पुलिस लाठीचार्ज का मुद्दा भी सदन में उठेगा। ध्वस्त कानून व्यवस्था, जर्जर सड़कें, निवेशकों का प्रदेश की ओर रूख नहीं करना व डिप्टी जेलर की हत्या पर भी सरकार को घेरेंगे।
रालोद : विधायक दल नेता दलवीर सिंह ने बताया कि पार्टी की ओर से गन्ना संकट और अन्य मुद्दों के अलावा पश्चिमी उप्र में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर वकीलों के आंदोलन पर सरकार की खामोशी पर भी सवाल उठाए जाएंगे।
विधानसभा की कड़ी सुरक्षा : शीतकालीन सत्र के लिए विधानसभा की कड़ी सुरक्षा रहेगी। बुधवार को प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता और डीजीपी देवराज नागर ने तैयारियों की समीक्षा की और कड़ी सुरक्षा के निर्देश दिए। पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ आशीष गुप्ता ने बताया कि विधानसभा सत्र के लिए सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। लखनऊ जिले को इस निमित्ता एक एएसपी, दो डीएसपी, चार कंपनी पीएसी, एक कंपनी आरएएफ और क्विक रिस्पांस टीम की पांच अतिरिक्त टीमें दी गयी हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं।
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