इन्वेस्टर्स समिट घपलाः उद्यान विभाग अधीक्षक और लेखाकार निलंबित, एफआइआर होगी
यूपी इन्वेस्टर्स समिट के दौरान हुए सजावट में घपले के आरोपी तत्कालीन उद्यान अधीक्षक धर्मपाल यादव और लेखाकार बृज किशोर पाठक को शासन ने निलंबित कर दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। यूपी इन्वेस्टर्स समिट के दौरान हुए सजावट में घपले के आरोपी तत्कालीन उद्यान अधीक्षक धर्मपाल यादव और लेखाकार बृज किशोर पाठक को शासन ने निलंबित कर दिया है। निदेशक उद्यान डॉ. आरपी को निर्देश दिया गया है कि वह उद्यान प्रभारी संजय राठी को भी सस्पेंड करें। निलंबन के साथ इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआइआर भी दर्ज होगी। साथ ही धर्मपाल यादव उप निदेशक के मौजूदा पद से पदावनत भी कर दिये गये। हालांकि इस आदेश के खिलाफ उन्होंने कोर्ट से स्टे ले लिया है।
फूलों के सजावट में गड़बड़ी
उल्लेखनीय है कि पिछले साल फरवरी में यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था। इसमें एयरपोर्ट से लेकर आयोजन स्थल तक फूलों के सजावट की जिम्मेदारी उद्यान विभाग को मिली थी। इसमें घपले की शिकायत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एपीसी प्रभात कुमार को जांच के आदेश दिए थे। जांच के लिए गठित पीसीएफ के एमडी प्रमोद उपाध्याय और निदेशक वित्त आलोक अग्रवाल की कमेटी ने पिछले दिनों रिपोर्ट शासन को दी थी। रिपोर्ट में मनमाने दर पर गमले और फूलों की खरीद के नाते 85 लाख 54 हजार 26 रुपये की क्षति बताई गई। विभाग ने इस मद में 2.48 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया था। इसके एवज में 1. 52 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। घपले की शिकायत पर 96 लाख रुपये भुगतान रोक दिया गया।
वित्त नियंत्रक को कारण बताओ नोटिस
निदेशक उद्यान आरपी सिंह ने बताया कि आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा विभाग से लेखाकार बृज किशोर पाठक को निलंबित किए जाने का पत्र भी विभाग को मिल चुका है। इस बारे में शासन के न्याय विभाग से राय मांगी गई है। मामले में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के वित्त नियंत्रक जयमंगल राव को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। पर्यवेक्षणीय दायित्वों का निर्वहन न करने पर तत्कालीन उप निदेशक उद्यान वाहिद अली से भी जवाब-तलब किया गया है।