Lucknow University: लॉ का पर्चा आउट, दो प्रोफेसर निलंबित-परीक्षाएं निरस्त Lucknow News
लविवि के लॉ विभाग का मामला ऑडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप। कुलपति के आदेश पर हसनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज सीबीसीआइडी से होगी जांच।
लखनऊ, जेएनएन। शासन जहां नकल विहीन परीक्षा कराने के दावे कर सख्त निर्देश जारी कर कर रहा है। वहीं, लखनऊ विश्वविद्यालय के लॉ विभाग के प्रोफेसर पूरी तरह से इस सुचिता को भंग करने में लगे हैं। लॉ विभाग के प्रोफेसर एलएलबी तृतीय सेमेस्टर का लेबर लॉ का पर्चा लीक कर एक महिला परीक्षार्थी को फोन पर जानकारी दे रहे हैं। बुधवार को इसके कई ऑडियो वायरल हुए तो मामला प्रकाश में आया। जिसके बाद विवि प्रशासन में हड़कंप मच गया।
उक्त मामले में सात ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। पहला ऑडियो परीक्षा शुरू होने के दो दिन पहले का है। ऑडियो की बातचीत बातचीत में लविवि के विधि संकाय के वरिष्ठ शिक्षकों के नाम भी लिए गए हैं। ऑडियो में महिला परीक्षार्थी ने अपना नाम शेखर हॉस्पिटल की संचालिका ऋचा मिश्रा बताया है। इसमे दो दिसंबर को हुए पहले पेपर हयूमन राइट्स और 10 दिसंबर को लेबल लॉ के पेपर का जिक्र है। ऑडियो में परीक्षा केंद्र पर अलग बैठाए जाने और इस संबंध में रुपये देने की भी बात सामने आयी है। उधर, ऑडियो वायरल होने के बाद दिन भर मामले की लीपापोती में लगे रहे विवि प्रशासन की ओर से देर शाम प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई।
प्रेस वार्ता में कुलपति एसके शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल ऑडियो के आधार पर लॉ फैकेल्टी के प्रोफेसर आरके सिंह और प्रो. अशोक कुमार सोनकर को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही अज्ञात महिला परीक्षार्थी और प्रोफेसरों के खिलाफ हसनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच में जो भी नाम प्रकाश में आएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कुलपति ने बताया कि इस बारे में अभी जानकारी नहीं हो सकी है कि महिला परीक्षार्थी लविवि के किस सम्बद्ध महाविद्यालय की छात्रा है। इसकी पड़ताल की जा रही है।
वह सिटी लॉ कॉलेज तिवारीगंज में परीक्षा दे रही थी। कुलपति ने बताया कि पूरे मामले की जांच सीबीसीआइडी से कराने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। इसके साथ ही परीक्षाएं तृतीय सेमेस्टर की सभी परीक्षाएं जो हो चुकीं हैं और जो होनी थी वह सब निरस्त कर दी गई हैं। जल्द ही परीक्षाओं की तिथि घोषित की जाएगी।
सिटी लॉ कॉलेज डिबार घोषित, प्रबंधन पर होगी कार्रवाई, पांच लाख का जुर्माना
सिटी लॉ कॉलेज में महिला परीक्षार्थी को अलग कमरे में परीक्षा दिलाने की बात भी सामने आयी है। कुलपति ने बताया कि महिला परीक्षार्थी सिटी लॉ कॉलेज में परीक्षा दे रही थी। इस लिए उसे डिबार घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रबंधन और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के निर्देश दिए हैं। सिटी लॉ कॉलेज प्रशासन पर पांच लाख रुपये का जुर्माना भी ठोका गया है।
सिटी लॉ कॉलेज डीवीआर से हार्ड डिस्क गायब, सन 2000 से रिकार्डिंग नहीं
कुलपति ने बताया कि मामला खुलने पर सिटी लॉ कॉलेज में जांच दल भेजा गया। जिसमे पता चला कि कक्ष में लगे सीसी कैमरे खराब पड़े हैं। उसके एक डीवीआर में सन 2000 से रिकार्डिंग ही नहीं थी। इसके साथ ही एक डीवीआर की हार्ड डिस्क गायब है। परीक्षा केंद्र में वाइस रिकार्डर भी नहीं लगा है।
दो सदस्यीय कमेटी करेगी पूरे मामले की जांच
कुलपति ने बताया कि विवि स्तर पर जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में रिटायर्ड प्रोफेसर एसके द्विवेदी और प्रो. चमन मल्होत्रा पूरे मामले की जांच करेंगे। जांच में अगर अन्य लोगों के भी नाम आए तो उन पर भी कार्रवाई होगी।
फ्लाइंग स्कॉट ने भी बरती घोर लापरवाही, नहीं दी रिपोर्ट
वीसी ने बताया कि सिटी लॉ कॉलेज में जो परीक्षा के दौरान जो जांच दल फ्लाइंग स्कॉट के रूप में सिटी लॉ कॉलेज गया था। उसने अपनी रिपोर्ट में सीसी कैमरे खराब होने, डीवीआर में रिकार्डिंग न होने एवं वाइस रिकार्डर न होने की जानकारी नहीं दी। जांच दल ने भी घोर लापरवाही बरती है। उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फ्लाइंग स्कॉट दल से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार ?
- लखनऊ विश्वविद्यालय एसके शुक्ला कुलपति का कहना है कि 'परीक्षाएं बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। इस संबंध में इसकी सुचिता जो भी भंग करने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले में हसनगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामले की जांच सीबीसीआइडी से कराए जाने के लिए शासन को पत्र लिखा है।'
- शेखर हॉस्पिटल के ऋचा मिश्रा परीक्षार्थी एवं संचालिका के मुताबिक, 'हां मैं लॉ कर रही हूं। पेपर कैसा आएगा, कैसे लिखा जाएगा। यह बात मैनें फोन पर प्रोफेसर की है। इसमें पेपर लीक की कोई बात नहीं है।'