शोहदों से परेशान दो बहनों ने छोड़ा स्कूल, आत्मदाह की चेतावनी Bahraich News
बहराइच में शोहदों से परेशान किशोरियों के परिवारीजनों ने 50 बार थाने की ड्योढ़ी नापी पर नहीं दर्ज हुई रिपोर्ट। एसपी से मिलीं छात्राएं दी अर्जी।
बहराइच, जेएनएन। उन्नाव व हैदराबाद की घटनाओं को लेकर संसद से लेकर सड़क तक हंगामा मचा है। ढेर सारे कानून और उनके क्रियान्वयन के लंबे-चौड़े वादे भी किए जा रहे हैं, लेकिन इन सबसे बहराइच पुलिस का मतलब नहीं है। तभी तो शोहदों से परेशान दसवीं कक्षा की दो बहनों ने पढ़ाई छोड़ दी। ऐसा नहीं है कि इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की गई। एक नहीं, दो नहीं, 50 बार से अधिक थाने की ड्योढ़ी पर दोनों बहनों ने अपने परिवारजन के साथ इंसाफ की गुहार लगाई। शिकायत से नाराज आरोपितों ने छात्राओं से दुष्कर्म का प्रयास कर उनकी पिटाई भी की। इसके बाद भी पुलिस का दिल नहीं पसीजा। इंसाफ न मिलने से आहत अब छात्राओं ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।
दरगाह थाना क्षेत्र की रहने वाली दोनों बहनें शोहदों की छेड़छाड़ से इस कदर भयभीत हैं कि वे घर से बाहर भी नहीं निकलती हैं। आरोप है कि स्कूल जाते समय उन्हें शोहदे छेड़ते हैं। विरोध करने पर उन्हें जानमाल की धमकी देते हैं। यह सिलसिला तकरीबन एक महीने से चलता रहा। छात्राओं के विरोध पर बीते 11 नवंबर को जब दोनों बहने अपने घर में समय करीब दोपहर दो बजे बैठी थीं। इसी दौरान मुहल्ले के ही आधा दर्जन से अधिक लोग उनके घर पर पहुंचे और अश्लील हरकत करते हुए दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर गला दबाकर जमीन पर पटक दिया। शोर मचाने पर भाई, मां व अन्य लोग पहुंच गए तो उन्हें भी दबंग शोहदों ने मारापीटा। घटना की तहरीर थाने पर दी गई, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की। शिकायत पर सीओ ने पीडि़ताओं का बयान भी दर्ज किया। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है। पुलिस की हीलाहवाली के चलते शोहदों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि अब वे जानमाल की धमकी भी दे रहे हैं। इसके भय से छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया है। शनिवार को पीडि़त छात्राओं ने एसपी को अर्जी दी है। साथ ही कहा है कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो दोनों बहनें आत्मदाह कर लेंगी।
एसपी डॉ. गौरव ग्रोव ने बताया कि इनका पड़ोस के लोगों से सीढ़ी बनाने को लेकर विवाद चल रहा हैं। मारपीट के मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। सीओ नगर से जांच कराई जा रही हैं। अगर इस बीच भी कोई विवाद का आरोप है तो जांच कराकर कार्रवाई कराई जाएगी। पीडि़तों को हर हाल में इंसाफ दिलाया जाएगा।