गर्मी के मौसम में घर में उगाएं दूधिया मशरूम, रेडी टू फ्रूट बैग करेगा मदद
केंद्रीय उपोष्ण एवं बागवानी संस्थान की ओर से दिया गया प्रशिक्षण। रेडी टू फ्रूट बैग तकनीकी से होगी आसानी।
लखनऊ, जेएनएन। ठंड के मौसम में उगाई जाने वाली मशरूम अब गर्मी के मौसम में भी उगाई जा सकेगी। गर्मी में दूधिया मशरूम के उत्पादन के लिए केंद्रीय उपोष्ण एवं बागवानी संस्थान की ओर से रेडी टू फ्री बैग तकनीक का विकास किया गया है। रविवार को संस्थान के तेलीबाग स्थित परिसर में इस तकनीक के बारे में लोगों को प्रशिक्षित किया गया। शहरी इलाकों के निवासियों के साथ ही सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने भी कार्यशाला में हिस्सा लिया।
निदेशक डॉ.शैलेंद्र राजन ने बताया कि मशरूम उत्पादन करके अतिरिक्त लाभ कमाया जा सकता है। व्यापारिक स्तर पर उगाने पर आजीविका का श्रोत भी बन सकता है। संस्थान इस क्षेत्र में पिछले छह वर्षों से कार्य कर रहा है। ग्रीष्म काल में दूधिया (कैलोसाइब इंडिका) मशरूम और शीतकाल में ढींगरी (प्लूरोटस प्रजाति) तथा बटन (एगेरिकस बाइस्पोरस) मशरूम उगाया जाता है। रेडी टू फ्रूट बैग तकनीक से इसे उगाने में आसानी हो गई है। वैज्ञानिक पीके शुक्ल ने बताया कि मशरूम के बीज (स्पान) की उपलब्धता के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मशरूम उत्पादन धीरे-धीरे लोकप्रिय होता जा रहा है परंतु अधिकांश लोग तकनीकी जानकारी की कमी या कुछ गलती हो जाने के कारण असफलता के कारण हिम्मत हार जाते हैं। प्रशिक्षण के लिए आए बहुत से लोगों ने बैग के माध्यम से मशरूम उगाने में दिलचस्पी दिखाई। प्रशिक्षण में 60 से अधिक लोगों ने भाग लिया। प्रशिक्षण में छह महिलाएं भी शामिल हुईं। ट्रेनिंग के दौरान वैज्ञानिकों ने सवालों के जवाब देकर लोगों को संतुष्ट भी किया। एक प्रशिक्षणार्थी को ऑयस्टर मशरूम उगाने का अनुभव था। उसने बताया कि प्रतिदिन 20 से 30 किलो दूधिया मशरूम हैदराबाद भेजकर आमदनी कर रहे हैं।
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