16 बोगियों वाली ट्रेन-18 जल्द लखनऊ से दौड़ेगी, आधुनिक उपकरणों से लैस होगा बेस
मल्हौर का मेमू कार शेड होगा अपग्रेड, आरडीएसओ में बनेगा ट्रेन सेट निदेशालय।
लखनऊ[निशांत यादव]। बिना इंजन वाली देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन 18 लखनऊ से भी नई दिल्ली सहित कई रूटों पर दौड़ेगी। इस ट्रेन का बेस लखनऊ में बनाया जाएगा। इसके लिए मल्हौर में बन रहे मेमू कार शेड को अब ट्रेन 18 की मरम्मत और जांच के लिए आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा। साथ ही ट्रेन18 से जुड़े शोध और इसकी तकनीक को और अपग्रेड करने के लिए अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) में ट्रेन सेट निदेशालय बनेगा। रेलवे बोर्ड ने इसका आदेश जारी कर दिया है।
मेमू की तरह यह ट्रेन सेल्फ प्रोपल्सन सिस्टम से चलेगी। बोगियों के नीचे ट्रैक्शन मोटर लगी होगी जो कि ऊर्जा और गति प्रदान करेगी। यह ट्रेन 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से दौड़ सकेगी। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई में 16 बोगियों वाली ट्रेन18 का रैक तैयार हो गया है। जबकि आरडीएसओ की एक टीम भी इसका ट्रायल लेने के लिए बना दी गई है। पहले ट्रेन 18 को भोपाल-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस की जगह चलाने की तैयारी है। जबकि इसके बाद लखनऊ नई दिल्ली सहित कई चुनिंदा शताब्दी और प्रीमियम सेवा के रूप में इसे चलाया जाएगा। लखनऊ में ट्रेन 18 की प्रारंभिक जांच के लिए आधुनिक वर्कशॉप बनेगी। मल्हौर में बन रहे मेमू कार शेड में आठ बोगियों को उठाने वाली क्रेन लगाई जाएगी। जिससे बीच की बोगी में गड़बड़ी पर उसे एक साथ हटाकर दूसरी पटरी पर रखा जा सके ।
आरडीएसओ में होंगे शोध
ट्रेन 18 चार-चार बोगियों वाला सेट होगा। जिनके चार सेट को जोड़कर 16 बोगियों वाली ट्रेन तैयार की जाएगी। ट्रेन 18 में जरूरत के अनुसार तकनीक को बदला जाएगा। इसके लिए ट्रेन सेट निदेशालय खोला जाएगा। निदेशालय के लिए निदेशक को चुन लिया गया है। यह निदेशालय भविष्य की डिजाइन और क्लीयरेंस जैसे काम करेगा।
क्या कहते हैं आरडीएसओ अफसर
आरडीएसओ अधिशासी निदेशक एनके सिन्हा का कहना है कि ट्रेन 18 की भावी तकनीक को विकसित करने के लिए आरडीएसओ में ट्रेन सेट निदेशालय खोला जाएगा। इसके लिए निदेशक को तैनात कर दिया गया है। शेष अधिकारियों को भी जल्द ही तैनात किया जाएगा।