एक ही खाते से लिया था 56 बार गोल्ड लोन, इनकम टैक्स अफसर बनकर लगाया लाखों का चूना
इनकम टैक्स अफसर बनकर व्यापारियों से ठगी का मामला। पीड़ितों ने सोना बरामदगी को लेकर पुलिस पर उठाए सवाल।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। इनकम टैक्स अफसर बनकर सराफा व्यापारियों से ठगी के मामले में पीड़ितों ने अलीगंज पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। पीड़ित व्यापारियों का कहना है कि आरोपित ने मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक से एक ही खाते से 56 बार लोन लिए थे। पीड़ितों ने बैंककर्मियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। वहीं, सीओ अलीगंज दीपक कुमार सिंह का कहना है कि संबंधित बैंक की शाखाओं को नोटिस भेजा गया है। उनकी पॉलिसी के बारे में जानकारी मांगी गई है। कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। व्यापारियों का आरोप है कि पुलिस ने प्रारंभ में बड़ी मात्रा में सोना बरामद करने की बात कही थी। हालांकि बाद में महज दो से तीन लाख के जेवर ही दिखाए गए। व्यापारियों ने उच्चाधिकारियों से मामले की शिकायत की है। यही नहीं पीड़ितों का कहना है कि सोना वापस नहीं मिलने पर वह मुख्यमंत्री से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे। सीओ का कहना है कि व्यापारियों से बिल और चेक की कॉपी मांगी गई है। बैंक से पूछा गया है कि एक ही आइडी पर लोन देने की प्रक्रिया क्या है? साथ ही आरोपित ने लोन लेने के बाद रुपये वापस किए थे या नहीं। अगर आरोपित ने रुपये नहीं जमा किए थे तो क्या उसको बैंक की ओर से नोटिस भेजा गया था। पुलिस के मुताबिक, बैंक की ओर से जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि खुद को इनकम टैक्स अफसर बताकर मूलरूप से बस्ती के सोनवर्षा, मझौवा बाबू हरैया निवासी अजय कुमार मिश्र ने कई व्यापारियों से लाखों का सोना ठगा था। आरोपित अजय ने अपना नाम अतुल कुमार मिश्र उर्फ एके मिश्र उर्फ प्रमोद कुमार मिश्र भी रखा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
कई व्यापारी आए सामने:
सीओ अलीगंज के मुताबिक आलमबाग के कुछ व्यापारियों ने भी ठगी की शिकायत की है। पीड़ितों से संबंधित थाने में दस्तावेज के साथ एफआइआर दर्ज कराने के लिए कहा गया है। बैंक के कर्मचारियों से भी पूछताछ की जाएगी। आरोपित के पास से जो सोना बरामद हुआ था, उसे व्यापारियों को दिखाया गया था।