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गोरखपुर में रेलवे भर्ती की ग्रुप डी परीक्षा में पकड़े गए तीन मुन्नाभाई

फिलहाल मामले की जांच के लिए उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है। 17 सितंबर को भी वाराणसी स्थित परीक्षा केंद्र पर दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे।

By Ashish MishraEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 08:36 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 08:36 AM (IST)
गोरखपुर में रेलवे भर्ती की ग्रुप डी परीक्षा में पकड़े गए तीन मुन्नाभाई
गोरखपुर में रेलवे भर्ती की ग्रुप डी परीक्षा में पकड़े गए तीन मुन्नाभाई

गोरखपुर (जेएनएन)। भारतीय रेलवे ग्रुप डी लेवल वन के पदों पर भर्ती के लिए चल रही ऑनलाइन परीक्षा के दौरान बुधवार को आरपीएफ और रेलवे की विजिलेंस टीम ने तीन मुन्नाभाई (फर्जी परीक्षार्थी) गिरफ्तार किया है। एक मुन्नाभाई सर्वोदय ऑनलाइन परीक्षा केंद्र पिपराइच रोड के गेट पर ही हत्थे चढ़ गया। संस्थान के प्रभारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं बेलीपार क्षेत्र में नौसढ़ स्थित स्वास्तिक ऑनलाइन सेंटर में परीक्षा दे रहे दो मुन्नाभाई और स्टेशन रोड पर एलोरा होटल से उनके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया। देर रात आरपीएफ और विजिलेंस टीम ज्वाइंट रिपोर्ट तैयार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रही थी।

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पिपराइच क्षेत्र में सर्वोदय ऑनलाइन परीक्षा केंद्र में पकड़ा गए अभिषेक कुमार ने अपना गांव बलवापार, थाना हरनौत, जिला नालंदा (बिहार) बताया है। उसने बताया कि वह 20 हजार रुपये लेकर अधिकृत परीक्षार्थी नालंदा (बिहार) निवासी अमित कुमार की जगह परीक्षा दे रहा था। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार प्रवेश पत्र और पहचान पत्र में मिलान कराने पर फर्जी परीक्षार्थी की पहचान हुई। फिलहाल मामले की जांच के लिए उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है। 17 सितंबर को भी वाराणसी स्थित परीक्षा केंद्र पर दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे।

वहीं स्वास्तिक ऑनलाइन परीक्षा सेंटर में परीक्षा दे रहे दो फर्जी परीक्षार्थियों को रेलवे विजिलेंस और आरपीएफ ने संदेह के आधार पर पकड़ लिया। तीसरी पाली की परीक्षा के दौरान मुख्य सतर्कता निरीक्षक रजनीकांत दूबे और उमाशंकर मिश्र सेंटर पर पहुंचे। इस दौरान दो परीक्षार्थियों पर उन्हें संदेह हुआ। परीक्षा के बाद शाम 5.30 बजे के आसपास सतर्कता निरीक्षकों ने दोनों परीक्षार्थियों को पकड़ लिया।

सतर्कता निरीक्षक दोनों परीक्षार्थियों को साथ लेकर आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक पीके सोनी के साथ होटल पहुंच गए। वहां उनके दो और साथी भी गिरफ्त में आ गए। पूछताछ में परीक्षार्थियों ने बताया कि अभ्यर्थी रोहित कुमार की जगह राजीव और पंकज की जगह विशाल परीक्षा दे रहे हैं। यह चारो तो पकड़ लिए गए लेकिन उनका सरगना ऋषि कुमार फरार हो गया है। उसकी भी तलाश जारी है।

बिहार से चल रहा गोरखपुर में साल्वरों का नेटवर्क

रेलवे विजिलेंस टीम और आरपीएफ का दावा है कि साल्वरों का नेटवर्क बिहार से संचालित हो रहा है। पकड़े गए तीनों मुन्नाभाई और अभ्यर्थी बिहार नालंदा के रहने वाले हैं। जल्द ही उनके नेटवर्क का भी पर्दाफाश हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार रेलवे स्टेशनों के सामने वाले होटलों के अलावा महानगर के अन्य होटलों में भी साल्वर ठहरे हुए हैं। उनका गैंग पैसे लेकर मुख्य अभ्यर्थियों की जगह साल्वरों से परीक्षा दिला रहे हैं।

फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र जब्त

होटल के कमरे से आरपीएफ और विजिलेंस टीम ने साल्वरों के पास से दर्जनों फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बरामद किया है। मतदाता पहचान पत्र पर फर्जी फोटो चस्पा किया गया है। जबकि, एक ही नाम के कई पते पर फर्जी आधार कार्ड बनाया गया है। पकड़ा गया गैंग अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र को फर्जी बनाकर परीक्षा दिला रहा है।


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