CRPF : नौ माह में एक अफसर समेत हो चुकी है तीन की मौत
फरवरी में असिस्टेंट कमांडेंट ने दो बेटों के साथ गोमती में कूदकर जान दी थी। सितंबर में हवलदार की ग्र्रुप केंद्र में कार्बाइन से गोलियां लगने से हुई थी मौत।
लखनऊ, जेएनएन। बीते नौ माह में सीआरपीएफ के एक अफसर समेत तीन जवानों मौत हो चुकी है। जवानों की मौतें कई सवाल खड़े करती हैं। जिसका जवाब न विभागीय अधिकारियों के पास है न ही पुलिस के पास।
केस एक : एक फरवरी की रात सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट बिसम्भर दयाल मौर्या (42) ने आइआइएम रोड घैला पुल मे मासूम बेटे तेजस और वंश के साथ गोमती में छलांग लगाकर आत्महत्या की थी। नौ माह बीतने के बाद भी यह स्पष्ट नहीं हो सका कि बिसम्भर दयाल ने किन कारणों से जान दी थी।
केस दो : गत तीन सितंबर को सीआरपीएफ ग्र्रुप केंद्र में संदिग्ध हालात में कार्बाइन से गोलियां चलने से हवलदार अरविंद कुमार (45) की मौत हो गई थी। परिवारीजनों की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। पर, यह स्पष्ट नहीं हो सका कि अरविंद की हत्या हुई थी या उन्होंने आत्महत्या की थी।
केस तीन : ग्र्रुप केंद्र में गुरुवार रात जवान मनजिंदर की गोली लगने से मौत हुई। किन कारणों से मनजिंदर ने खुद को गोली मारी। इसका कारण देर रात तक स्पष्ट नहीं हो सका।
जवान की मौत पर उठे सवाल
मनजिंदर का शव कंबल से ढका था। मच्छरदानी लगी थी। इसके साथ ही किसी ने गोली चलने की आवाज भी नहीं सुनी। यह कई ऐसे बिंदु है जो आत्महत्या से इतर कई सवाल खड़े करते हैं। वहीं, सीओ कृष्णानगर और विभागीय अधिकारियों का कहना है कि तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।