छोटे जिलों में चलेगी तीन कोच की मेट्रो
बदलेगी रूपरेखा -अस्सी मीटर के होंगे मेट्रो स्टेशन, एक कोच 22 मीटर का -यात्रियों का ग्र
बदलेगी रूपरेखा
-अस्सी मीटर के होंगे मेट्रो स्टेशन, एक कोच 22 मीटर का
-यात्रियों का ग्राफ बढ़ा तो हर तीन मिनट में मिलेगी मेट्रो
अंशू दीक्षित, लखनऊ : अब नए जिलों में बनने वाले मेट्रो स्टेशन की लंबाई 80 मीटर होगी और उन स्टेशनों पर सिर्फ तीन मेट्रो कोच खड़े करने की जगह होगी। आगरा का डीपीआर तैयार कर लिया गया है वहीं मेरठ व इलाहाबाद के डीपीआर को अंतिम रूप दिया जा रहा है। भविष्य में अगर स्टेशनों पर यात्रियों का ग्राफ बढ़ा तो मेट्रो हर तीन मिनट के अंतराल पर यात्रियों को स्टेशन पर मिलेगी। इस तीसरी रेल संकल्पना का फायदा यह होगा कि इन छोटे शहरों में मेट्रो के लिए घनी आबादी में जमीन की जरूरत बहुत कम पड़ेगी, इससे आम पब्लिक को कम से कम परेशान होना पड़ेगा।
मेट्रो मैन श्रीधरन ने तीसरी रेल संकल्पना यानी थर्ड रेल कांसेप्ट पर काम करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि लखनऊ के अलावा अन्य जिलों में जो अब मेट्रो स्टेशन बनेंगे, वह घनी आबादी में बनने हैं, इसके लिए लंबे स्टेशन से बचा जाए। उन्होंने अफसरों से सुझाव मांगते हुए कहा, क्यों न तीन कोच की मेट्रो चलाई जाए, इससे कम स्थान पर छोटे प्लेटफार्म बनेंगे और लोगों तक मेट्रो की पहुंच भी होगी।
बता दें कि लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) के नार्थ साउथ कारिडोर की लंबाई 140 मीटर के हिसाब रखी गई है। अब इसे छोटा करके साठ मीटर कम करने के लिए कवायद शुरू हो गई है।
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लागत में चालीस फीसद आएगी कमी
मेट्रो अफसरों की मानें तो स्टेशनों से लेकर कोचों की खरीद पर खर्च होने वाला पैसा चालीस फीसद कम हो जाएगा। छह कोच की जगह जब तीन कोच चलेंगे और स्टेशन की लंबाई साठ मीटर कम हो जाएगी तो जमीन की खरीद पर खर्च होने वाला पैसा कम जो जाएगा।
क्या है कोच की लंबाई
मेट्रो के प्रत्येक कोच की लंबाई करीब 22 मीटर है। जब 80 मीटर लंबे स्टेशन होंगे तो तीन कोच वाली मेट्रो की लंबाई मात्र 66 मीटर होगी। अफसरों का तर्क है कि सर्वे के मुताबिक छोटे जिलों में यात्रियों का ग्राफ बहुत ज्यादा घटेगा बढ़ेगा नहीं।
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आगरा मेट्रो : 14 किमी.
फर्स्ट कॉरिडोर : रूट : सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट (7.5 किमी. भूमिगत)
सेकेंड कारिडोर : रूट : आगरा कैंट से कालिंदी विहार (16 किमी. एलीवेटेड)
मेरठ मेट्रो : 25 किमी.
-फर्स्ट कॉरिडोर : रूट : परतापुर से मोदीपुरम वाया रेलवे स्टेशन (10.5 एलीवेटेड)
-सेकेंड कॉरिडोर : रूट : श्रद्धापुरी से मेडिकल कॉलेज (14.5 किमी. एलीवेटेड)
-इलाहाबाद मेट्रो: रूट : 20 किमी.
फर्स्ट कॉरिडोर : रूट : बम्बरौली से झूंसी वाया हाईकोर्ट और प्ले ग्राउंड
सेकेंड कॉरिडोर : रूट : शांतिपुरम से नैनी वाया इलाहाबाद विश्वविद्यालय, परेड ग्राउंड
नोट : उक्त रूट पर एलीवेटेड व भूमिगत को लेकर अंतिम रूप नहीं दिया गया है।