एटीएम में स्कीमर लगाने वाले रोमानिया गिरोह का राजफाश, तीन युवक गिरफ्तार
साइबर सेल की टीम ने रोमानिया के तीन युवकों को किया गिरफ्तार। एटीएम में स्कीमर लगाकर लोगों के खातों से करोड़ों निकालने का है आरोप।
लखनऊ, जेएनएन। रोमानिया के तीन युवकों को एटीएम में स्कीमर लगाकर सैकड़ों लोगों के खातों से करोड़ों रुपये पार करने के आरोप में साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के सरगना समेत दो अन्य अभी फरार हैं। आरोपित पिछले एक साल से राजधानी में ठिकाने बदलकर रह रहे थे और अलग-अलग एटीएम में स्कीमर (डाटा चोरी करने की डिवाइस) लगाए थे। एएसपी पूर्वी सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि आरोपित टूरिस्ट वीजा लेकर भारत आते थे और विभिन्न शहरों में रहते थे।
साइबर सेल के नोडल अधिकारी व सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के मुताबिक पकड़े गए आरोपितों में रोमानिया के शहर रेगिन, मुरेस प्रांत निवासी तनाशा फ्लोरिन व बुनुस अगस्टीन एवं शहर पिपङ्क्षरग, मुरेश प्रांत निवासी मालडोवेन मिरसिया फ्लोरिन शामिल हैं। वहीं परकानी शहर मुरेस प्रांत निवासी गिरोह का सरगना बोआरियु एंड्रीए आयन और बिस्ट्रीजा शहर, मुरेस प्रांत का ओपरिया डोरले आस्टीन फरार हैं। आरोपित ठगी के रुपयों से डायमंड खरीदते थे और उसे रोमानिया भेज देते थे। पुलिस टीम आरोपितों के बैंक खातों की पड़ताल कर रही है। साथ ही फरार सरगना और उसके साथियों का लुक आउट नोटिस जारी की जा रही हैं।
सीसी कैमरे में हुए थे कैद
सीओ हजरतगंज ने बताया कि एटीएम में स्कीमर लगाते समय आरोपितों की फुटेज कैद हो गई थी। गिरोह के युवक हमेशा टोपी लगाकर चलते थे, जिससे उनकी पहचान न हो सके। आशियाना थाने में एक पीडि़त ने एटीएम कार्ड का क्लोनिंग कर रुपये निकालने की एफआइआर दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस टीम ने आरोपितों को दिल्ली से दबोच लिया।
ठंड में आते थे भारत
साइबर सेल के मुताबिक आरोपित ठंड के समय भारत आते थे। रेकी कर ऐसे एटीएम चिन्हित करते थे, जिसमें गार्ड मौजूद न हो। इसके बाद सुबह के वक्त उसमें स्कीमर लगाकर चले जाते थे। 24 घंटे या फिर कुछ दिन तक स्कीमर को उसमें लगा छोड़ देते थे। इसके साथ ही एटीएम बूथ में गुप्त कैमरा लगाते थे, जिसमें रुपये निकालने गए व्यक्ति का एटीएम पिन कैद हो जाता था। बड़ी मात्रा में डाटा सेव हो जाने के बाद स्कीमर निकाल कर दिल्ली चले जाते थे। इसके बाद एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर दिल्ली में अलग-अलग एटीएम से रुपये निकाल लेते थे।
खुद डिवाइस बनाता था गिरोह
साइबर सेल के दारोगा राहुल सिंह राठौर ने बताया कि प्रदेश में पहली बार रोमानिया गिरोह पकड़ा गया है। आरोपितों ने देश भर में करोड़ों रुपये की जालसाजी करने की बात कबूल की है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह खुद स्कीमर व अन्य डिवाइस तैयार करते थे।
साथ में रखते थे पेंट स्प्रे
आरोपित साथ में अलग-अलग रंग के पेंट स्प्रे लेकर चलते थे। ताकि मशीन में जहां एटीएम कार्ड लगाया जाता है उसी रंग में स्कीमर पेंट किया जा सके। इससे किसी को संदेह नहीं होता था कि एटीएम में छेड़छाड़ हुई है। आरोपितों के पास से पांच पासपोर्ट, तीन स्कीमर, दो लैपटॉप, 182 क्लोन कार्ड, 100 ब्लैंक कार्ड, एक लाख 27 हजार रुपये व अन्य सामान बरामद किए गए हैं।