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कैसे म‍िलेगा तकनीकी ज्ञान 26 में 20 पद खाली, लखनऊ के बीकेटी में ITI की मान्‍यता पर भी संकट

बीकेटी के इस प्रशिक्षण केंद्र में तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिये हैं करीब तीन सौ सीटें। लखनऊ के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में सात अनुदेशकों के भरोसे तकनीकी शिक्षा। शासन स्तर से अभी तक रिक्त पदों को भरे जाने के लिए कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 29 Aug 2021 06:05 AM (IST)Updated: Sun, 29 Aug 2021 02:36 PM (IST)
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (आइटीआइ) बीकेटी में चंद्रिका देवी रोड पर स्थित है।

लखनऊ, [नीरज सिंह राठौर]। समाज कल्याण विभाग द्वारा बख्शी का तालाब में संचालित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र में शिक्षकों के पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। एनसीवीटी के मानकों के पद भरे ना होने की वजह से इसकी मान्यता पर संकट मंडराने लगा है। रिक्त चल रहे पदों को भरे जाने के लिए इस प्रशिक्षण केंद्र के प्रधानाचार्य द्वारा अपने विभाग के उच्चाधिकारियों को कई बार पत्राचार किया जा चुका है। बावजूद इसके शासन स्तर से अभी तक रिक्त पदों को भरे जाने के लिए कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।

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राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (आइटीआइ) बीकेटी में चंद्रिका देवी रोड पर स्थित है। इस प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना वर्ष 1950 में हुई थी। इस आईटीआइ में फिटर, इलेक्ट्रीशियन, वायरमन, मैकेनिकल (मोटर व्हीकल), मैकेनिकल (रेडियो-टीवी), इलेक्ट्रानिक मैकेनिक, वेल्डर (गैस-इलेक्ट्रानिक), फाउंड्रीमैन, कारपेंटर, कटिंग-सेविंग समेत तकनीकी शिक्षा के लिये 13 ट्रेड हैं। इन ट्रेडों पर तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिये करीब तीन सौ सीटें हैं। शासन से शिक्षकों के 29 और एक पद प्रधानाचार्य का सृजति है। इसमें फोरमैन के तीन और व्यवसाय के लिये 26 पद हैं। जिसके सापेक्ष यहां तैनाती सिर्फ सात पर ही है। एक पर कार्यवाहक प्रधानाचार्य और फोरमैन के 26 में से सिर्फ छह पदों पर ही तैनाती है। स्वच्छकार के चार में से दो पद रिक्त चल रहे हैं।

आइटीआइ के कार्यवाहक प्रधानाचार्य ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया महानिदेशक प्रशिक्षण भारत सरकार द्वारा गठित समिति द्वारा 16 नवम्बर 2019 को निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण ग्रेडिंग रिपोर्ट में 5 अंकों में से आइटीआइ को 0.6 अंक ही इसकी दयनीय स्थिति के कारणोंं से प्रदान किये गये थे। उन्होंने बताया केंद्रीय महानिदेशक प्रशिक्षण के पत्राचार द्वारा अवगत कराया गया था क‍ि उक्त कमेटी द्वारा पुन: निरीक्षण किया जायेगा। इससे पहले शिक्षकों (अनुदेशक) के रिक्त पदों का भरा जाना आवश्यक है।

एनसीवीटी के मानकों के अनुसार शिक्षकों के पद रिक्त होने की दशा में इस संस्थान की मान्यता समाप्त की जा सकती है। कार्यवाहक प्रधानाचार्य ने बताया केंद्रीय महानिदेशक के पत्र के बाद समाज कल्याण विभाग के निदेशक को आइटीआइ की ट्रेडों में जर्जर इमारतों, उपकरण, खराब मशीनों की स्थिति और रिक्त पदों के संबंध में पत्राचार करके अवगत कराया जा चुका है। उन्होंने कहा केंद्रीय टीम द्वारा पुनः निरीक्षण किये जाने से पहले रिक्त पद न भरे गये तो इसकी मान्यता जा सकती है‌।


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