सीबीएसइ बोर्ड में सर्वोच्च स्थान पाने वाले छात्र सम्मानित होंगे : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीएसइ की 2018 की 12वीं की परीक्षा में सर्वोच्च अंक पाने वालों को बधाई दी और सम्मानित करने की घोषणा की।
लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ) की वर्ष 2018 की 12वीं की परीक्षा में जिन छात्र-छात्राओं को सर्वोच्च अंक मिले हैं उनको सम्मानित करने की घोषणा की है। योगी ने सभी सफल छात्र-छात्राओं को बधाई दी है। क्रमश: प्रथम और द्वितीय स्थान पाने वाली नोएडा की मेघना श्रीवास्तव और गाजियाबाद की अनुष्का चंद्रा को मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर बधाई दी है।
सीबीएसई सफलता प्रतिशत में आगे
सीबीएसई ने पिछले वर्ष यूपी बोर्ड के साथ ही परीक्षा शुरू कराकर पहले रिजल्ट जारी करने में बाजी मार ली थी, जबकि इस बार यूपी बोर्ड इस बार परीक्षा कराने व रिजल्ट जारी करने में आगे रहा है, हालांकि सीबीएसई इंटर का सफलता प्रतिशत यूपी बोर्ड से बेहतर रहा है। यदि दोनों के परीक्षार्थियों की संख्या देखें तो जमीन आसमान का अंतर है। यूपी बोर्ड ने इस बार हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं छह फरवरी से शुरू कराकर 13 मार्च को खत्म कर दिया और दोनों का एक साथ परीक्षा परिणाम 29 अप्रैल को जारी कर दिया। वहीं, सीबीएसई ने पांच मार्च से पांच अप्रैल तक परीक्षाएं कराई और 26 मई को इंटर का रिजल्ट जारी कर सका है, वहीं हाईस्कूल का परिणाम अगले सप्ताह आने की उम्मीद है। यूपी बोर्ड से परीक्षा तैयारियों में पीछे रहने वाला सीबीएसई इंटर के सफलता प्रतिशत में आगे निकल गया है। ज्ञात हो कि यूपी बोर्ड का इंटर का रिजल्ट 72.43 फीसद रहा है, जबकि सीबीएसई का परिणाम 75.19 फीसद आया है।
केंद्रीय बोर्ड की खूब हुई किरकिरी
सीबीएसई की इंटर परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी एक लाख 30 हजार 353 रहे हैं, जबकि यूपी बोर्ड की इंटर परीक्षा में 26 लाख चार हजार 93 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए। खास बात यह है कि यह दोनों अहम परीक्षा संस्थाएं इस बार विवाद का शिकार हुईं। सीबीएसई में पेपर लीक होने से 26 मार्च को हुए अर्थशास्त्र की दोबारा परीक्षा करानी पड़ी। केंद्रीय बोर्ड की इस तरह की घटना से खूब किरकिरी हुई। वहीं, यूपी बोर्ड में रिजल्ट को लेकर गंभीर सवाल खड़े हुए। साथ ही गोपनीय एवार्ड ब्लैंक ओएमआर शीट तक सोशल मीडिया में वायरल हो गईं। यह प्रकरण इतना तूल पकड़ गया कि बोर्ड प्रशासन मेधावियों की उत्तर पुस्तिकाएं वेबसाइट पर अपलोड करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
बढ़ते जा रहे सीबीएसई स्कूल
प्रदेश में सीबीएसई के स्कूलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 2016 में 729, 2017 में 997 और 2018 में बढ़कर 1120 गए हैं। इसी के हिसाब से परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ी है। ज्ञात हो कि 2018 की इंटर की परीक्षा 364 केंद्रों पर कराई गई थी।
पुनर्मूल्यांकन, स्क्रूटनी तक की तस्वीर साफ नहीं
सीबीएसई इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी के पुनर्मूल्यांकन व स्क्रूटनी कराने जैसे सवाल अभी अनुत्तरित हैं। पहले रिजल्ट के दिन ही क्षेत्रीय अधिकारी बताते थे कि कब तक और किस साइट पर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए परीक्षार्थियों को अभी इंतजार करना होगा।