सोनिया के गढ़ से बगावत की बू, पदयात्रा छोड़ विशेष विधान सभा सत्र में पहुंची अदिति सिंह Lucknow News
विधायक आदिति ने बगावत की अटकलों को किया तेज। गांधी जयंती के अवसर पर पदयात्रा छोड़कर विशेष विधानसभा सत्र में पहुंची।
लखनऊ, जेएनएन। कांग्रेस पूरे यूपी से ताकत जुटाने की जुगत में है और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र से ही बगावत की बू उठी है। रायबरेली की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पार्टी के फैसले को नजरअंदाज कर सरकार द्वारा बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने पहुंच गईं। इतना ही नहीं, पार्टी महासचिव प्रियंका वाड्रा की पदयात्र में न पहुंचकर अदिति ने तमाम कयासों को रास्ता दे दिया है।
पार्टी जो भी निर्णय लेगी मुझे मंजूर
अदिति ने चर्चा में भी भाग लिया। सदन से निकलने के बाद उन्होंने कहा कि जनता ने मुङो विकास के लिए विधायक चुना है। मैंने सदन में विकास को लेकर ही चर्चा की। पार्टी लाइन के संबंध में सवाल पर उन्होंने कहा कि जो मेरे पिता ने सिखाया है और जो मुझे सही लगा, वही मैंने किया। इससे पहले अनुच्छेद 370 हटाने के मोदी सरकार के फैसले का समर्थन किया था। अदिति ने कहा कि पार्टी मेरे निर्णय को किसी भी रूप में ले। पार्टी जो भी निर्णय लेगी, मुझे स्वीकार होगा। कांग्रेस की युवा विधायक के यह तेवर निकट भविष्य में ही कुछ अलग रास्ते पर कदम बढ़ाने की आहट दे रहे हैं। चर्चाओं को बल इसलिए भी मिला है, क्योंकि गांधी जयंती पर प्रियंका पदयात्र करने राजधानी आईं, लेकिन अदिति कार्यक्रम में नहीं पहुंचीं।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित जिस विशेष सत्र का कांग्रेस पार्टी ने बहिष्कार किया, उसकी ही विधायक अदिति सिंह ने बुधवार शाम अचानक विधानसभा पहुंचकर सभी को चौंका दिया। विशेष सत्र में मौजूद सभी की निगाहें कुछ क्षणों के लिए रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पर ही टिक गईं।
अदिति ने कहा विकास के बिंदुओं पर चर्चा करना ही गांधीजी को विनम्र श्रद्धांजलि
अदिति सिंह ने कहा कि वह दलगत भावना से ऊपर उठकर महात्मा गांधी के सम्मान में विधानसभा के विशेष सत्र में अपनी बात रख रही हूं। अदिति ने कहा कि समाज के प्रति गांधी जी के योगदान व कार्यो पर आधारित सतत विकास के ¨बदुओं पर चर्चा कर उनका समाधान करना ही, उनके प्रति विनम्र श्रद्धांजलि होगी। अदिति ने कहा कि देश की जनता बेहद गरीब है। अफ्रीका के सबसे गरीब देशों की तुलना में भारत के आठ राज्यों के लोग ज्यादा गरीब हैं। इसके व्यापक समाधान की आवश्यकता पर चर्चा होनी चाहिए। पीने के पानी की समस्या पर चर्चा करते हुए अदिति ने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग का बहुत ही कम सदुपयोग हो पा रहा है। कई जिलों में आर्सेनिक व फ्लोराइड जैसे विषैले रासायनिक पदार्थो से युक्त पानी से लोग बीमार पड़ रहे हैं और असमय मृत्यु का शिकार हो रहे हैं। इस समस्या का स्थायी समाधान खोजना होगा।