बहाल होगा अयोध्या का पौराणिक स्वरूप, सरयू होगी निर्मल और अविरल
स्वदेश दर्शन योजना के तहत रामायण सर्किट थीम व अयोध्या में निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौराणिक स्थलों के सुंदरीकरण का निर्देश दिया।
लखनऊ (जेएनएन)। अयोध्या में अब कोई बिजली का खंभा नजर नहीं आएगा। अंडरग्राउंड केबलिंग कराकर बिजली आपूर्ति होगी। सरयू को निर्मल और अविरल बनाने के लिए नालों का गंदा पानी रोका जाएगा। खुले क्षेत्रों में वनीकरण कराया जाएगा ताकि अयोध्या का पौराणिक स्वरूप की झलक दिखाई दे।
गुरुवार को केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के तहत रामायण सर्किट थीम व अयोध्या में निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए आयोजित प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौराणिक स्थलों के सुंदरीकरण का निर्देश दिया। सरयू का जल एकदम स्वच्छ करने को कहा ताकि स्नानार्थियों को कोई असुविधा न हो। अयोध्या में आवागमन सुगम बनाने को बिजली के अनावश्यक खंभों को हटाने को कहा।
शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय में मुख्यमंत्री ने अयोध्या में यात्रियों की सुविधा के लिए पर्यटन आवास गृह, धर्मशाला व विश्रामालय के निर्माण में स्थानीय स्थापत्य कला की झलक भी दिखाने का सुझाव दिया। नागेश्वरनाथ मंदिर के पहुंच मार्ग का नवीनीकरण भी कराने को कहा। उन्होंने इस दीपोत्सव पर आकर्षक आतिशबाजी की व्यवस्था करने और कुंभ-2019 के मद्देनजर अयोध्या से चित्रकूट, इलाहाबाद तथा अन्य प्रमुख स्थानों को चार लेन मार्गों से आपस में जोडऩे के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि भारत सरकार की योजना के तहत अब तक लगभग 15 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। उन्होंने बताया कि रामकथा गैलरी व क्वीन हो मेमोरियल का 25 प्रतिशत कार्य हो चुका है। इसे अक्टूबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
प्रमुख सचिव सिंचाई ने बताया कि नवनिर्मित घाट की लम्बाई 800 मीटर होगी। फैजाबाद में घाघरा (सरयू) नदी के दायें तट पर निर्मित गुप्तार घाट के 100 मीटर अपस्ट्रीम में घाट निर्माण का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कार्य में तेजी लाते हुए इसे समयबद्धता के साथ गुणवत्तापरक ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, मुख्य सचिव राजीव कुमार, अपर मुख्य सचिव वन रेणुका कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।