फाइव स्टार होटल में गुंडागर्दी: बस्ती में मिली आशीष की लोकेशन
दिल्ली पुलिस ने लखनऊ में डाला डेरा, एसटीएफ समेत कई टीमें जुटी तलाश में। सर्विलांस सेल लगातार कर रही आरोपित की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास।
लखनऊ, जेएनएन। दिल्ली के पांच सितारा होटल में पिस्टल लहराकर खुलेआम गुंडई करने वाले पूर्व बसपा सांसद राकेश पांडेय के ठेकेदार बेटे आशीष पांडेय की मंगलवार देर शाम आखिरी लोकेशन बस्ती में मिली है। जिसके बाद से उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया है। फिलहाल वहां कहां अंडरग्राउंड हो गया है, पुलिस टीमें तलाश में जुटी हैं। वहीं अाशीष के नेपाल भागने की भी अाशंका जताई जा रही है।
आशीष की तलाश में लखनऊ में मौजूद दिल्ली पुलिस की टीम ने यूपी पुलिस की मदद से प्रदेश के उसके कुछ प्रमुख ठिकानों पर जाल बिछा रखा है। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह भी अपनी टीम के साथ उसकी तलाश में जुटे हैं। सर्विलांस सेल की टीम भी आशीष के मोबाइल फोन की लगातार लोकेशन ट्रेस कर रही है। इसके अतिरिक्त लखनऊ पुलिस की भी टीमें जुटी हैं। आशीष के साथ होटल में मौजूद लड़कियां भी फरार हैं।
दिल्ली पुलिस की चार सदस्यीय टीम फ्लाइट से लखनऊ पहुंची
दिल्ली के आरकेपुरम थाने के एसएचओ हरीश चंद्र, एसआइ नरेंद्र कुमार व हेड कांस्टेबल भूषण, चेतराम फ्लाइट से मंगलवार दोपहर तीन बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे। जहां से सीधे पौने चार बजे के करीब गौतमपल्ली थाना क्षेत्र स्थित संतुष्टि अपार्टमेंट स्थित आशीष के फ्लैट में पहुंचे। दो घंटे तक यहां छानबीन के बाद एसटीएफ और लखनऊ पुलिस की टीमों से मुलाकात कर आशीष की गिरफ्तारी की रणनीति तैयार करने में जुट गए।
नौकर ने कहा साहब यहां कम आते हैं, गार्ड बोला सुबह ही गए हैं
दिल्ली पुलिस संतुष्टि अपार्टमेंट स्थित आशीष के फ्लैट में पहुंची तो अंदर नौकर राजेंद्र मौर्य के साथ उसका कुत्ता मौजूद था। राजेंद्र ने दिल्ली पुलिस को बताया कि साहब आशीष यहां कम आना-जाना होता है, जबकि सुरक्षा गार्ड ने बताया कि आशीष सुबह ही अपनी कार से निकला है। एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी ने बताया कि आशीष की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस का मंगलवार सुबह ही फोन आया था। जिसके बाद पुलिस टीमों निगरानी के लिए उसके फ्लैट के आसपास लगा दिया गया था।
लखनऊ पुलिस चार घंटे पहले ही पहुंच गई थी आशीष के फ्लैट
इंस्पेक्टर गौतमपल्ली नंद लाल के मुताबिक दोपहर बारह बजे से पहले ही वह अपनी टीम के साथ आशीष की तलाश में संतुष्टि अपार्टमेंट में पहुंची, नौकर से पूछताछ कर लौट आई। उनके साथ दो महिला सिपाही दबिश में गईं थीं। इसके बाद अपार्टमेंट के बाहर ही दिल्ली पुलिस का चार घंटे तक आने का इंतजार किया।