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लखनऊ में अलकायदा का टेरर प्लान फेल, पकड़े गए दो आतंकी; प्रेशर कुकर बम के साथ विस्फोटक बरामद

Terrorism in UP रविवार को उत्तर प्रदेश एटीएस ने आतंकी छुपे होने की सूचना पर लखनऊ की मैगों बेल्ट काकोरी के एक मकान को घेरा । एटीएस ने इस मकान से अलकायदा से जुड़े दो आतंकियों को पकड़ा है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 12:44 PM (IST)Updated: Mon, 12 Jul 2021 08:15 AM (IST)
लखनऊ में अलकायदा का टेरर प्लान फेल, पकड़े गए दो आतंकी; प्रेशर कुकर बम के साथ विस्फोटक बरामद
आतंकियों के नाम मसरुद्दीन और मिनहाज अहमद

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की लगातार आतंकियों के साथ आतंकी गतिविधियों की जद में रहती है। रविवार को उत्तर प्रदेश एटीएस ने आतंकी छुपे होने की सूचना पर लखनऊ की मैगों बेल्ट काकोरी के एक मकान को घेरा । एटीएस ने इस मकान से अलकायदा से जुड़े दो आतंकियों को पकड़ा है। पकड़े गए आतंकियों के नाम मसरुद्दीन और मिनहाज अहमद हैं।

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उत्तर प्रदेश आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस) ने रविवार को दुबग्गा चौराहे के पास सीते विहार कॉलोनी से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनमें मलिहाबाद निवासी शाहिद और उसका साथी वसीम है। दोनों के पास से दो प्रेशर कुकर बम, अर्धनिर्मित बम के साथ ही सात से आठ किलो विस्फोट, कई पिस्टल तथा अन्य प्रतिबंधित सामान बरामद किया गया है।  दोनों ही ट्रेंड आतंकी हैं। इनकी योजना तीन दिन में लखनऊ में एक सांसद के साथ अन्य भाजपा नेताओं को बम विस्फोट में उड़ाने की थी। इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक मिला है। इस मकान से एटीएस को दो प्रेशर कुकर बम तथा एक अर्धनिर्मित टाइम बम मिला है। बम को निष्क्रिय करने के लिए बम डिस्पोजल स्क्वॉड मौके पर पहुंचा है। प्रेशर कुकर बम को निष्क्रिय करने की तैयारी के बीच में पता चला है कि यहां पर मौजूद लोगों की योजना तीन के अंदर भाजपा के सांसद व अन्य नेताओं को बम से उड़ाने की थी।

एटीएस के आइजी डॉ. जीके गोस्वामी ने बताया कि एटीएस के इस ऑपरेशन में बम और असलहे भी मिले हैं। आतंकियों से पूछताछ हो रह है और हमारी टीम पास के कुछ घरों में भी पड़ताल कर रही है। उन्होंने कहा कि आशंका है कि पास के घरों में इनके साथियों ने भी ठिकाना बनाया है। पहले स्लीपर सेल में थे, बीते कई दिनों से कश्मीर में एक्टिव होने के बाद लखनऊ पहुंचे थे। इन सभी ने उत्तर प्रदेश में सीरियल ब्लास्ट की योजना बना ली थी। सीरियल ब्लास्ट का प्लान पाकिस्तान के हैंडलर ने बनाया था जबकि इसको अंजाम देेने के तरीके पर अफगानिस्तान में शोध किया गया। अल कायदा के सरगना अल जवाहिरी ने भारत, पाकिस्तान, म्यांमार और अफगानिस्तान के लिए अल कायदा इन इंडियन सबकांटिनेंट की स्थापना की थी। इस संगठन के कई आतंकी हाल के वर्षों में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

एटीएस ने रविवार सुबह गोपनीय तरीके से आतंकियों के ठिकाने की घेराबंदी की। इसके बाद आसपास के मकानों को खाली कराया और तीन घरों में छापेमारी कर दोनों को दबोच लिया। इस बीच स्थानीय पुलिस भी वहां पहुंच गई। बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी की टीम ने तीनों मकानों को घेर लिया। दोनों आतंकियों को लेकर एटीएस की एक टीम रवाना हो गई। इसके बाद दूसरी टीम ने घरों में तलाशी शुरू की।

लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के दुबग्गा इलाके में एटीएस पांच घंटे से सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसमें उसके कमांडो भी शामिल हैं। यहां एटीएस को एक मकान में बने गैराज में अलकायदा के आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला था। इसके बाद की कार्रवाई में दो आतंकियों अब तक पकड़ गया है। यहां के तीन घरों में इनके साथियों की तलाश में कमांडो तलाशी कर रहे हैं। एटीएस ने आसपास के 500 मीटर दायरे में बने घरों को खाली करा लिया है। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस भी मौके पर है।

बताया जा रहा है कि शाहिद 15 वर्ष से रह रह रहा है और मोटर गैराज का काम करता है। वहीं वसीम का बैट्री का काम है। दोनों से अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। दोनों आतंकियों के अलग अलग ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। इन आतंकियों के बहराइच कनेक्शन की बात भी सामने आई है। आतंकियों के पकड़े जाने की सूचना मिलने के बाद सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग वहां एकत्र हो गए, जिन्हेंं पीएसी के जवानों ने खदेड़ दिया। इस पूरे प्रकरण में लखनऊ पुलिस और स्थानीय अभिसूचना इकाई की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। एटीएस के अधिकारी दोनों आतंकियों से पूछताछ कर रहे हैं।

इन आतंकियों के निशाने पर कौन लोग थे, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। इस घटना के बाद प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है और संदिग्धों की तलाश में छापेमारी जारी है। बताया जाता है कि आतंकी कई शहरों में सीरियल ब्लास्ट की योजना बना रहे थे। इस दौरान भाजपा कुछ बड़े नेता भी इनके निशाने पर थे। भाजपा के सांसद को तो तीन दिन में ही उड़ाने की योजना थी। इस काम में दोनों प्रेशर कुकर बम का प्रयोग होना था। 

एटीएस ने रविवार को जिन दो आतंकियों को पकड़ा है, उनका संबंध अलकायदा से है। उनके नाम शाहिद और वसीम हैं। दुब्बगा में रियाज और सिराज के घरों में तलाशी चल रही है। सभी से पूछताछ भी हो रही है। शाहिद के मकान को सीज किया गया है। कमांडो घर के अंदर हैं। तीनों के घर सटे हुए हैं। शाहिद के परिवार वालों से पूछताछ जारी है।

एक आतंकी उन्नाव का रहने वाला 

पहले आतंकी का नाम शाहिद उर्फ गुड्डू बताया जा रहा है, जो उन्नाव का रहने वाला है। उसी के घर में दूसरा आतंकी भी छिपा हुआ था। यह दोनों ट्रेनिंग प्राप्त आतंकी हैं। इके घर में काफी गोला-बारूद होने की मिला है। इसके बाद एक टीम उन्नाव भी रवाना हो गई है।मकान में संदिग्ध लोगों के छुपे होने की आशंका पर उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने छापा मारा । काकोरी थाना क्षेत्र के दुबग्गा में एटीएस के साथ पुलिस की टीम भी है। घर के अंदर मौजूद लोगों से पूछताछ की जा रही है। 

मकान मलिहाबाद के शाहिद का है। जो कि बीते 15 वर्ष से यहां पर रह रहा है। फिलहाल वसीम मकान में अंदर है। पड़ताल के दौरान इस मकान से एटीएस को दो प्रेशर कुकर बम तथा एक अर्धनिर्मित टाइम बम मिला है। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में बारूद और सात-आठ किलो बम बनाने की सामग्री भी मिली है।

लखनऊ में इससे पहले भी मार्च 2017 में सुरक्षा बलों ने आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया था, जो आइएसआइएस के खुरासान मॉड्यूल का सदस्य था। वह कानपुर का रहने वाला था। वारदात के बाद कानुपर और उन्नाव में भी कई आतंकियों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद सितंबर 2018 में चकेरी के जाजमऊ अहिरवां स्थित शिवनगर कॉलोनी पकड़े गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमां उर्फ कमरुद्दीन उर्फ डॉ. हुरैरा को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही चंद रोज पहले ही काकोरी में मतांतरण के मामले में उमर गौतम के ठिकानों पर छापा मारा गया था। 


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