Terror Funding: टेरर फंडिंग को लेकर उत्तर प्रदेश में PFI के दफ्तरों में छापामारी, लखनऊ से प्रदेश अध्यक्ष वसीम गिरफ्तार
Raids In UP PFI Offices by UP ATS and NIA राजधानी लखनऊ के साथ पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उत्तर प्रदेश एटीएस के साथ एनआइए की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है। एनआइए ने दो संदिग्ध को अपनी हिरासत में भी लिया है।
लखनऊ, जेएनएन। Raids in UP PFI Offices by UP ATS and NIA:आतंकी गतिविधियों और इनके अंजाम देने वाले तथा इनके मददगारों के खिलाफ केन्द्र के साथ उत्तर प्रदेश सरकार बेहद सख्ती दिखा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। टेरर फंडिंग को लेकर पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) (PFI) के दफ्तरों में देश भर में छापामारी चल रही है।
लखनऊ के इंदिरा नगर में दर्जी का काम करने वाले पीएफआई के (PFI UP) प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद को गिरफ्तार किया गया है। उसके एक साथी के साथ बाराबंकी के नदीम को हिरासत में लिया गया है।
राजधानी लखनऊ के साथ पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उत्तर प्रदेश एटीएस (UP ATS) के साथ एनआइए (NIA) की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इनमें सर्वाधिक छापे पीएफआइ (Popular Front of India) के दफ्तरों में डाले गए हैं।
लखनऊ से पीएफआइ का प्रदेश अध्यक्ष गिरफ्तार, हिरासत में उसका साथी
एनआइए के साथ उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने लखनऊ में गाजीपुर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर ए ब्लाक से दो संदिग्धों को पकड़ा है। इनमें पीएफआइ के प्रदेश अध्यक्ष असीम अहमद उर्फ बबलू को गिफतार किया गया है। वसीम अहमद ए ब्लाक के सरस्वती दुर्गा मंदिर स्कूल पास रहता है। एनआइए ने छापेमारी के दौरान यहां से मोहम्मद वसीम अहमद उर्फ बबलू को दबोचा।
वसीम अहमद को इससे पहले भी 2020 में एनआरसी का विरोध करने पर पकड़ा गया था। वसीम को गिरफ्तार करने के बाद एनआइए की टीम ने लवकुशनगर से उसके साथी को पकड़ा। एजेंसी ने उनके पास से लैपटाप और कुछ अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। दोनों को एजेंसियां लेकर चली गईं। दोनों पास से बरामद लैपटाप और दस्तावेजों की जांच दोनों एजेंसिंयां कर रही हैं। बताया जा रहा है कि इन दोनों के तार टेरर फंडिंग से दोनों के तार जुड़े हैं। दोनों आतंक फैलाने के लिए ताना बाना बुन रहे थे। छापेमारी के दौरान दोनों के घरवालों ने पहले विरोध किया। एजेंसी के अधिकारियों को समझाने पर वह शांत हो गए। एनआइए तथा एटीएस की टीम मोहम्मद वसीम के घर पहुंची। वसीम से मिली जानकारी के बाद लवकुशनगर गई थीं। वहां से उसके एक अन्य साथी को दबोचा। इन दोनों के परिवार के लोगों ने इस संबंध में कुछ भी बात करने से इंकार किया है।
टेरर फंडिंग को लेकर उत्तर प्रदेश में जांच एजेंसियों की पीएफआइ के दफ्तरों में छापामारी, हिरासत में तीन संदिग्ध pic.twitter.com/ZT14TT7MTq— Dharmendra Pandey (@Dharm0912) September 22, 2022
पेशे से दर्जी है वसीम
जांच एजेंसियां अब वसीम और उसके घर वालों के बैंक खाते भी खंगाल रही हैं। एजेंसियों ने उनके घर से बैंक से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए हैं। वसीम भले ही पेशे से दर्जी है, लेकिन उसके शौक काफी ऊंचे थे। वसीम के पास रुपया कहां से और कैसे आता था। इसकी एजेंसी पड़ताल कर रही है। इसके साथ ही मोबाइल की काल डिटेल्स व अन्य चीजें खंगाल रही हैं।
बाराबंकी से भी पीएफआइ का सदस्य नदीम पकड़ा गया
यूपी एटीएस की टीम ने पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के सदस्य नदीम को बाराबंकी से हिरासत में लिया है। आरोपित कुर्सी थाना क्षेत्र के ग्राम महरौली का रहने वाला है। नदीम का नाम पहले भी सीएए-एनआरसी के विरोध में हुए दंगों में भी आया था। कुर्सी थाना क्षेत्र के ग्राम महरौली मजरे ग्वारहार का मूल निवासी नदीम पापुलर फ्रंट आफ इंडिया का कोषाध्यक्ष बताया जाता है। 2020 में एनआरसी के विरोध में लखनऊ में हुए दंगे में भी इसका मुख्य आरोपितों के रूप में नाम आया था। एटीएस की टीम तड़के पुलिस के साथ गांव पहुंची। टीम घर में मिले नदीम को हिरासत में लेकर लखनऊ चली गई है। अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी पूर्णेन्दु सिंह ने एसटीएफ की दबिश और पापुलर फ्रंट आफ इंडिया के नदीम को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है।
हिरासत में बहराइच का जिलाध्यक्ष
बहराइच में जरवल बहराइच विकास खंड में जरवल कस्बा निवासी पीएफआइ के जिलाध्यक्ष को कमरुद्दीन उर्फ बब्बू पुत्र रशीद तेली को एनआइए की टीम हिरासत में लेकर दिल्ली गई है।
दो दिन पहले ही जरवल कस्बा में मोहल्ला सराय में बब्बू ने पीएफआई की सभा कराई थी। इससे पहले भी कमरुद्दीन को एनआइए की टीम ने गिरफ्तार कर चुकी है। तब एनआरसी का मामला था। जरवल में सभा का आयोजन एसडीपीआई की ओर से कराया गया था।
पीएफआइ में एजेंट को गिरफ्तार करने पहुंची एटीएस की टीम पर हमला
गाजियाबाद के मोदीनगर के भोजपुर थाना क्षेत्र के कलछीना गांव में पीएफआइ के एजेंट परवेज को गिरफ्तार करने पहुंची एटीएस की टीम व पुलिस बल पर बुधवार रात को हमला हो गया। भीड़ का फायदा उठाकर परवेज फरार हो गया। पुलिस ने फिलहाल परवेज के पिता व भाई को हिरासत में लिया है। परवेज को पूर्व में भी मेरठ से गिरफ्तार किया गया था। मेरठ में हापुड़ रोड पर पीएफआइ का पश्चिमी क्षेत्र का कार्यालय है। वह पीएफआइ का पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी भी रह चुका है। कलछीना में उसके घर से एटीएस की टीम को भड़काऊ पोस्टर व अन्य सामग्री मिली थी। तभी से पुलिस के साथ-साथ एटीएस की टीम की भी उस पर नजर बनी हुई है।
एनआइए की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
पीएफआई के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की यह कार्रवाई आतंकवाद का समर्थन करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने वालों के खिलाफ की जा रही है। पीएफआई के खिलाफ इसे एनआइए की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है। ये तलाशी आतंकवाद का समर्थन करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने वालों के खिलाफ की जा रही है।