तेलंगाना पुलिस ने लखनऊ के साइबर अपराधियों को दबोचा, युवती से ठगे थे 38 लाख रुपये
आरोपितों ने फर्जी नामों से युवती से संपर्क किया और एक निजी कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपना जाल में फंसाया।
लखनऊ, जेएनएन। तेलंगाना पुलिस ने लाखों की साइबर ठगी के मामले में लखनऊ के निवासी तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। तीनों ने मिलकर नौकरी दिलाने का झांसा देकर हैदराबाद की एक महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर से करीब 38 लाख रुपयों की ठगी की थी। तेलंगाना पुलिस के अनुसार युवती ने उसके साथ हुई ऑनलाइन ठगी के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी।
तेलंगाना पुलिस ने लंबी छानबीन के बाद आरोपित लखनऊ के डालीगंज निवासी शानू अंसारी, राजाजीपुरम निवासी युगांतर श्रीवास्तव व जानकीपुरम निवासी तुषार श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने इंदिरानगर में अपना एक ऑफिस भी खोल रखा है और फर्जी नाम से वेबसाइट भी बना रखी थी। हैदराबाद निवासी युवती ने नौकरी के लिए कुछ वेबसाइट पर अपना बायोडाटा अपलोड किया था। आरोपितों ने फर्जी नामों से युवती से संपर्क किया और एक निजी कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपना जाल में फंसाया।
युवती से नौकरी दिलाने के नाम पर अलग-अलग बहानों से जून 2020 से अगस्त 2020 के बीच कई किश्तों में 38 लाख से ज्यादा रकम ठगी गई। गिरोह का मास्टर माइंड युगांतर श्रीवास्तव है। तेलंगाना पुलिस के अनुसार युगांतर ने बीएससी की है और शानू ने लविवि से बीसीए किया है। तीनों आरोपित मिलकर ऑनलाइन ठगी का गिरोह संचालित कर रहे थे। युगांतर व तुषार टेली कॉलर की नौकरी करते हैं और विभिन्न वेबसाइट पर नौकरी के लिए आवेदन करने वाले युवक-युवतियों का डाटा चोरी कर उन्हें अपने जाल में फंसाकर ठगी करते थे।