Tablighi Jamaat: विदेशियों के साथ यूपी के जमातियों पर भी कार्रवाई, जानें- किन शहरों में दर्ज हुए केस
Tablighi Jamaat ऐसे तब्लीगी जमात के लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही जो योगी सरकार के दिशा निर्देशों के उल्लंघन कर रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। Tablighi Jamaat : उत्तर प्रदेश में विदेशी जमातियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने के बाद उन जमातियों को चिह्नित करने के काम में तेजी आई है जो दिल्ली तो नहीं गए थे लेकिन स्थानीय मस्जिदों में लॉकडाउन के बावजूद छिपे हुए थे। कई जिलों में इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसे जमातियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और योगी सरकार के दिशा निर्देशों के उल्लंघन पर उनके खिलाफ भी कानूनी शिकंजा कस रहा है।
राजधानी लखनऊ में की बात करें तो यहां 165 तब्लीगी जमात के लोग चिह्नित किए गए हैं। इनमें 46 लोग निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे। यहां 23 विदेशी नागरिकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा सदर के कसाई बाड़ा स्थित अली जान मस्जिद में मिले 12 जमातियों के कोराना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
इसी तरह आगरा में पहला मुकदमा सदर थाने में छह लोगों के विरुद्ध दर्ज किया गया। इन पर धौलपुर के एक युवक को तब्लीगी जमात से लौटकर अपने यहां रोकने का आरोप है। दूसरा मुकदमा रकाबगंज थाने में छीपीटोला निवासी चांद बाबू के खिलाफ दर्ज हुआ है जिसने दो महिला जमातियों को रोकने की जानकारी पुलिस को न देने का आरोप है। मैनपुरी में दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 20 जमातियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई। फीरोजाबाद में 27 के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।
गोरखपुर व बस्ती मंडल में 51 जमातियों व उनको संरक्षण देने वाले दो मौलवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ तो महाराजगंज में यह संख्या 30 है। गोरखपुर में मस्जिद में पकड़े गए 12 जमातियों में से एक बिहार और 11 प्रतापगढ़ के हैं। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। संरक्षण देने वाले मानवेला मस्जिद के मौलवी पर भी मुकदमा दर्ज हुआ है।
मुरादाबाद में 27 और वाराणसी में छह तब्लीगी जमातियों पर विभिन्न थानों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जौनपुर में लॉकडाउन के बाद दिल्ली के साथ ही मेरठ से आए कुल 100 तब्लीगी जमातियों पर पांच थानों में मुकदमा दर्ज है। इसमें 14 बांग्लादेशी व एक नेपाली भी है। मऊ में दिल्ली से आए 114 जमाती व 28 शरणदाताओं पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। मीरजापुर में दिल्ली से आए छह जमाती और भदोही में काजीपुर स्थित मरकज मस्जिद में छिपे 14 के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।
कन्नौज में जमातियों को संरक्षण देने वाले पूर्व चेयरमैन हाजी रहीश के बेटे मोहम्मद पर भी कानूनी घेरा कसा। अलीगढ़ में 81 जमाती निजामुद्दीन जमात में शामिल नहीं हुए थे। ये सभी धूमते हुए यहां आए। इनमें से 80 के खिलाफ धारा मामला दर्ज कराया जा चुका है। बरेली मंडल में अब तक आठ तब्लीगियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया, जिन्होंने दिल्ली से लौटने की जानकारी छिपाई।
इन आरोपों में दर्ज हुए मुकदमे
जमातियों के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन, टूरिस्ट वीजा पर आकर धर्म का प्रचार करने और राजधानी पहुंचने के बाद स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकांश मुकदमों में धारा 188, 269, 270, 271 व धारा तीन महामारी अधिनियम 1897 व धारा 56 आपदा प्रबंधन के तहत एफआइआर हुई। विदेशियों पर 14 विदेशी एक्ट भी लगाया गया है।
मेरठ मंडल में सर्वाधिक मुकदमे
मेरठ व आसपास के जिलों (सहारनपुर, शामली, मुजफफरनगर, बिजनौर, बागपत, बुलंदशहर) में अब तक कुल 2413 जमाती चिह्नित किए जा चुके हैं। इनमें 170 विदेशी हैं और अन्य देश के विभिन्न राज्यों के। अब तक 244 जमातियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए हैं। इनमें दस शरणदाता व 105 विदेशी शामिल हैं।