राम मंदिर मामले पर मुसलमानों से अब होश में आने की बात कहूंगा : स्वामी
भाजपा राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी। मंदिर तो राम जन्मभूमि पर ही बन सकता है, मस्जिद कहीं भी बन सकती है।
लखनऊ (जेएनएन)। भारतीय जनता पाटी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आज लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भेंट करने के बाद अयोध्या के राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री के कार्यालय लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) में भेंट के बाद राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने माना की राम मंदिर के लिए लडऩा उनका मूलभूत अधिकार है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज भेंट के बाद पत्रकारों ने घिरे भाजपा राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए उनकी लड़ाई हर तरफ जारी रहेगी। उन्होंने पत्रकारों से दो टूक कहा कि संसद के जरिए राम मंदिर निर्माण पर भाजपा अमित शाह से सवाल करें, मेरा अपना अलग नजरिया तथा विचार है। यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र और राज्य सरकार राम मंदिर के मामले में ठोस तथा कारगर कार्रवाई नहीं कर रही हैं, तो उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए मैं अकेला ही काफी हूं।
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उन्होंने कहा कि मैं तो अब अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर देश के मुस्लिमों से अपील नहीं करुंगा। अब तो मैं मुस्लिमों से अपील नहीं होश में आने की बात कहूंगा। अयोध्या में राम मंदिर के लिए लडऩा मेरा मूलभूत अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट में दायर पहले मेरी याचिका पर फैसला भी होने वाला है।
स्वामी ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड मस्जिद के लिए नहीं प्रापर्टी के लिए केस लड़ रहा है। राम जन्म मंदिर पर मैं प्रापर्टी को लेकर पार्टी नहीं हूं। उन्होंने कहा कि पैगम्बर मो.साहब से जुड़ी मक्का में बनी मस्जिद को भी तोड़ा गया। यह तो सर्वविदित है कि मुसलमान चाहे तो कहीं और मस्जिद बना लें। राम मंदिर तो राम जन्मभूमि पर ही बन सकता है, लेकिन मस्जिद कहीं भी बन सकती है। उन्होंने कहा कि भगवान राम मंदिर जहां पैदा हुए थे वहां आस्था है। पहले तो वहां पर मंदिर था, लेकिन उसको तोड़कर वहां पर मस्जिद बना लिया गया था।
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स्वामी ने कहा कि मुस्लिम देशों में मस्जिद जरूरत हिसाब से शिफ्ट होती रहती है। उन्होंने कहा कि यह तो तय हो गया है कि मुसलमान राम मंदिर के स्थान के लिए नही लड़ रहे हैं वह तो प्रापर्टी के लिए लड़ रहे हैं। देश में मुसलमान की सरिया के अनुसार सुप्रीम कोर्ट में 1994 में कहा है मस्जिद इस्लाम का हिस्सा नहीं ही है। मस्जिद तो कही भी नहीं है वहां तो मंदिर है।
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मस्जिद तो बनाने के बाद तोड़ी जा सकती है। स्वामी ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड का मांग है हमारी प्रोपर्टी है। यह नहीं कहते की मस्जिद है हमारी। मैं प्रापर्टी के लिए तो पार्टी नहीं हूं। धारा 25 के अनुसार मुझे पूजा करने के लिए अधिकार है। इनका तो सिर्फ प्रापर्टी राइट है। राम मंदिर तो मेरा तो मूलभूत अधिकार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की बाबत उन्होंने कहा कि सीएम योगी से औपचारिक मुलाकात थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की बाबत उन्होंने कहा कि सीएम योगी से औपचारिक मुलाकात थी। सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के मुद्दे पर केस लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। हाल ही में चर्चा में चल रहे राम मंदिर के मद्देनजर यह मुलाकात काफी अहम मानी जा थी।
सीएम के साथ मुलाकात से पहले स्वामी ने कहा वह मुख्यमंत्री से राम मंदिर के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। स्वामी ने योगी को अपना हिंदुत्व पार्टनर भी बताया। उन्होंने कहा कि वह योगी आदित्यनाथ को निजी तौर पर जानते हैं, उनके गुरू को वह पहले से जानते हैं। स्वामी बोले कि जब योगी दिल्ली आये थे तो उनके पास समय की कमी थी, इसलिए वह नहीं मिल पाये थे। इससे पहले हाल ही में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के मुद्दे पर भी बयान दिया था, उन्होंने कहा था कि राम मंदिर के मुद्दे का हल बातचीत से निकाला जा सकता है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले सुनवाई के दौरान कह चुका है कि राम मंदिर एक संवेदनशील और भावनात्मक मुद्दा है और यह बेहतर होगा कि इस मुद्दे को मैत्रीपूर्ण ढंग से सुलझाया जाए. कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि इसे सुलझाने के लिए सभी पक्ष सर्वसम्मति के लिए एक साथ बैठें।